उत्तराखंड

बाराकोट:ततैयो के हमले से मौन पालन समाप्ति की ओर मौन पालक परेशान वन विभाग से ततैयो के आतंक से निजात दिलाने की लगाई गुहार

रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹

Kali Kumaun Khabar

ततैयो के हमले से मौन पालन समाप्ति की ओर मौन पालक परेशान वन विभाग से ततैयो के आतंक से निजात दिलाने की लगाई गुहार

बराकोट ब्लॉक के डोबाभागू मे मौन पालन कर आजीविका चला रहे मनोज कुमार,शंकर राम ,पंकज तिवारी,कुंदन राम ,शेखर राम आदि के मौन कलोनी पर ततैया के हमले से मौन वंश को काफी नुकसान पहुंचा है।आधुनिक तकनीक से मौन पालन कर रहे मनोज कुमार ने बताया कि पिछले वर्षों तक नवंबर माह के अंत तक इंडियन बटर ट्री( च्यूरा) वृक्ष मे असंख्य फूल खिलते थे प्रचुर मात्रा में मधुमक्खियां शहद इकट्ठा करती थी और मौन पालक लाखों रु का शहद विक्री करते थे । पर इस वर्ष वर्तमान में ततैयो के आक्रमण से मौन वंश को काफी नुकसान हुआ है तथा खतरा बना हुआ है।

उन्होंने बताया ततैया के कई छत्ते चीड़ के पेड़ों में बने हुए है जिनको नष्ट कर पाना काफी मुश्किल है। ततैयो की संख्या बढ़ने से मौसमी फूलों पर ततैयो ने अपना अधिकार जमा लिया है ततैयो के हमले से कई मौन कॉलोनी समाप्त हो गई है और मौन कलोनी को शहद नही मिल पा रहा है जिससे मौन वंश ने रॉबिंग एक्शन शुरू कर दिया है मौन वंश दिन प्रतिदिन समाप्त हो रहे है और इमरजेंसी माइग्रेशन कर रहे है।मनोज कुमार व अन्य मोन पालकों ने ततैयो को नष्ट करने के लिए वन क्षेत्राधिकारी काली कुमाऊं से आग्रह किया है

साथ ही उनका कहना है कृषि वैज्ञानिकों को भी मौन वंश को बचाने के लिए कोई सुझाव देना चाहिए।मनोज कुमार ने बताया जल्द ही प्रकरण को जिलाधिकारी चंपावत के संज्ञान में लाएंगे ताकि मौन पालकों को मौन वंश संरक्षण हेतु राहत मिल सके।


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