उत्तराखंडदुर्घटना

चंपावत:रोडवेज बस के हुए ब्रेक फेल चालक की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा 28 यात्रियों की जान थी संकट में

रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹

Kali Kumaun Khabar

रोडवेज बस के हुए ब्रेक फेल चालक की सूझबूझ से टला बड़ा हादसा

जहां कल अल्मोड़ा के मौले खाल में भीषण बस हादसा होने से 36 यात्रियों की जान चले गई तथा 27 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए तो वही आज मंगलवार को चंपावत टनकपुर राष्ट्रीय राजमार्ग में दोपहर को एक बड़ा हादसा होने से टल गया। लोहाघाट डिपो की लोहाघाट से हल्द्वानी जा रही रोडवेज बस यूके 07 पीए 2812 का स्वाला के समीप कोट अमोड़ी के पास प्रेशर पाइप फटने से ब्रेक फेल हो गया जिससे बस में सवार 28 लोगों की जान खतरे में आ गई। जैसे ही बस में सवार यात्रियों को बस के ब्रेक फेल होन की जानकारी मिली यात्रियों में हड़कंप व चीख पुकार मच गई और बस बिना ब्रैक के तेजी से आगे को बढ़ने लगी पर बस के चालक नारायण दत्त ने हिम्मत व सूझबूझ का परिचय देते बस को गहरी खाई में जाने से बचा लिया और बस को नाली मेंं डाल दिया। जिससेेेेेेे बस वही रुक गई इसके बाद यात्रियों ने राहत की सांस ली तथा चालक की हिम्मत की सराहना की कुल मिलाकर और एक बड़ी  दुर्घटना होने से टल गई। लोहाघाट डिपो के एजीएम धीरज वर्मा ने बताया कि किसी भी यात्री को चोट नहीं पहुंची सभी यात्री सुरक्षित है और अपने गंतव्य को चले गए हैं।

मालूम हो इस समय लोहाघाट डिपो में कई पुरानी बसें सड़कों पर दौड़ रही है जिनके साथ किस मोड़ पर कब क्या हादसा हो जाए कुछ पता नहीं यात्री जान जोखिम में डालकर इन खटारा बसों में यात्रा करने को मजबूर है लोग अब उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों मे यात्रा करने से बच रहे हैं लंबे समय से क्षेत्रीय लोग व रोडवेज कर्मी सरकार से 25 नई बसे देने की मांग कर रहे हैं पर अभी तक सिर्फ पांच नई बसें लोहाघाट डिपो को दी गई है लोहाघाट डिपो के वर्कशॉप में मैकेनिकों व स्पेयर पार्ट्स की कमी के चलते बसो की ठीक से मरम्मत तक नहीं हो पाती है किसी तरह जुगाड़ कर यात्रियों की जान जोखिम में डालकर बसों का संचालन किया जा जबकि लोहाघाट डिपो निगम को अच्छी खासी आय अर्जित कर देता है उसके बावजूद भी डिपो में बसों की कमी लगातार बनी रहती है


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