चंपावत:राष्ट्रीय राजमार्ग के स्वाला में अभी भी रुक-रुक कर आ रहा है मलवा। भारी वाहनों की आवाजाही पर लगी हुई है रोक। सुगम यातायात के लिए इस स्थान में पुल का निर्माण किया जाना है जरूरी – अधिशासी अभियंता
रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट
राष्ट्रीय राजमार्ग के स्वाला में अभी भी रुक-रुक कर आ रहा है मलवा। भारी वाहनों की आवाजाही पर लगी हुई है रोक।
टनकपुर पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग के स्वाला में पहाड़ी से रुक रुक कर मलवा आने से यहां से गुजरना काफी जोखिम भरा बना हुआ है। अलबत्ता भारी वाहनों की आवाजाही पर रोक लगी हुई है। इस स्थान की संवेदनशीलता को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी यहां यातायात को सुगम सुवस्थित यातायात व्यवस्था बनाए रखने के लिए यहां 200 मीटर लंबा पुल बनना ही स्थाई समाधान मान रहे हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग के अभियंता अभियंता आशुतोष कुमार के अनुसार स्वाला के इस खतरनाक हिस्से में लगभग 120 मीटर लंबे 50 मीटर चौड़े एवं 100 मीटर तक ऊंचे क्षेत्र में मलवा रुका हुआ है। सुरक्षित यातायात के लिए इसकी सफाई करना बहुत जरूरी है। इस स्थान की विषम भौगोलिक स्थिति को देखते हुए इस मलबे को हटाने में 15 से 20 दिन लग सकते हैं। सड़क में पहाड़ी के अंदर से पानी उपजने के कारण दलदल हो गया है जिस कारण यहां बड़े भार वाहनों का संचालन किया जाने से सड़क के ध्वस्त होने का खतरा बना हुआ है। अधिशासी अभियंता के अनुसार धूप निकलने से ऊपर से आ रहे मलवे के सूखने के बाद ही कुछ राहत मिल रही है। अभी सड़क के दोनों ओर से मलवा हटाने का कार्य किया जा रहा है इसी के साथ छोटे और बड़े वाहनों की लगातार आवाजाही सुनिश्चित कर यात्रियों को राहत दी जा रही है। नीचे से पक्कीचट्टान मिलने तक मलवा हटाने का कार्य जारी रहेगा। इसके बाद इस स्थान में वायर क्रेट से बाध कर ऐसा प्रयास किया जाएगा जिससे मलवा अपने स्थान में स्थिर रह सके। अधिशासी अभियंता के अनुसार उक्त स्थल में दो सौ मीटर लंबा पुल बनाने पर भी गंभीरता से विचार किया जा रहा है। उन्होने कहा यदि पुल बनता भी है तो सड़क के ऊपर रूके सभी मलवे को हटाना जरूरी है।