चंपावत:राष्ट्रीय राफ्टिंग प्रतियोगिता में खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाने के लिए डीएम चंपावत ने करी 13 किलोमीटर राफ्टिंग
रिर्पोट: लक्ष्मण बिष्ट
चंपावत जिले में साहसिक पर्यटन गतिविधियों को बढ़ावा देने हेतु जिले के महाकाली नदी में चूका में एंगलिंग तथा चरन मंदिर से बूम तक तीन दिवसीय राष्ट्रीय स्तर की एंगलिंग एवम् रिवर राफ्टिंग प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है, कार्यक्रम के दूसरे दिन गुरुवार को भी चुका में एंगलिंग व महाकाली नदी में बूम घाट में सलालम प्रतियोगिता संपन्न हुई जिसमें 4 महिला टीम सहित कुल 15 टीमों द्वारा प्रतिभाग किया गया
जिलाधिकारी नवनीत पांडेय द्वारा भी खिलाड़ियों की हौसला अफजाई के लिए चरन मंदिर से बूम घाट तक 13 किलोमीटर राफ्टिंग की गई। गुरुवार को चुका में आयोजित एंगलिंग में 19 प्रतिभागियों ने प्रतिभाग कर मत्स्य आखेट कर नदी से महाशीर मछली पकड़ी तथा फिर उसे नदी में ही छोड़ा गया। राफ्टिंग प्रतियोगिता में 15 टीमें द्वारा प्रतिभाग किया गया। सलालम में नदी में कुल 9 गेट/बाधाएं बनाई गई थी जिन्हें पार कर राफ्ट को आगे बढ़ाना था
प्रतियोगिता के द्वितीय दिवस में एंगुलेरों द्वारा 15 व 19 किलो तक की महाशीर मछली महाकाली नदी से पकड़ी। इस दौरान आए प्रतिभागियों द्वारा चूका को एक एंगलिंग हेतु बेहतर डेस्टिनेशन बताया और पर्यटन के नजरिए से इस क्षेत्र को अपार संभावनाएं युक्त बताया और कहा कि क्षेत्रीय लोगों को इससे रोजगार में मदद मिलेगी। उन्होंने उत्तराखंड सरकार की इस पहल की सराहना की एंगलिंग मीट में देश के विभिन्न राज्यों से 19 प्रतिभागी प्रतिभाग कर रहे हैं
राष्ट्रीय राफ्टिंग प्रतियोगिता के द्वितीय दिवस पर आयोजित सलालम प्रतियोगिता में कुल 15 टीमों द्वारा प्रतिभाग किया गया जिसमें लाइफ इस एडवेंचर, एएपीएफ नेपाल, गढ़वाल मंडल विकास निगम, एसडीआरएफ, बीएसएफ, उत्तराखंड पुलिस , रियल एडवेंचर, एसएसबी,अबविमास हिमांचल , सिक्किम राफ्टिंग,स्नो ट्राउट एडवेंचर टनकपुर,केएमवीएन तथा बीएसएफ महिला तथा अन्य टीमों द्वारा प्रतिभाग किया गया।प्रतियोगिता में 4 महिला टीम ने भी प्रतिभाग किया गया*
इस मौके पर जिलाधिकारी नवनीत पांडेय ने कहा कि ऋषिकेश एवं अन्य क्षेत्रों में राफ्टिंग करने के बाद जो लोग कुछ नया रोमांच व अनुभव लेना चाहते हैं वह लोग चंपावत जिले के पंचेश्वर व टनकपुर बूम क्षेत्र में पंहुचे और महाकाली नदी में राफ्टिंग व एंग्लिंग का आनंद लें। भारत नेपाल बॉर्डर का प्राकृतिक सौंदर्य व महाकाली नदी की लहरें,यहॉं आने वाले पर्यटकों को नया अनुभव देगा।
उन्होंने कहा कि पर्यटन गतिविधियों को और अधिक बढ़ाने हेतु इस क्षेत्र को और अधिक विकसित किया जाएगा।