लोहाघाट:गेट खराब होने से कोली झील हुई खाली हजारों की तादात में बही मछलियां नौका संचालको मे आक्रोश नौका संचालको ने सिंचाई विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप
रिर्पोट:लक्ष्मण बिष्ट
गेट खराब होने से कोली झील हुई खाली हजारों की तादात में बही मछलियां नौका संचालको मे आक्रोश नौका संचालको ने सिंचाई विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप
लोहाघाट क्षेत्र में लगातार हो रही भारी बारिश के चलते बढ़ते जलस्तर के कारण लोहाघाट की प्रसिद्ध है कोली ढेंक झील के आपातकालीन गेट को सिंचाई विभाग के द्वारा खोला गया था लेकिन गेट में आई तकनीकी खामी के चलते गेट बंद नहीं हो पाया जिस कारण कोली ढेक झील पूरी खाली हो गई है और झील से हजारों की तादाद में मछलियां बह गई है तथा नौका संचालकों की कई नोकाए क्षतिग्रस्त हो गई है झील में पानी न होने से नौकायन पूरी तरह ठप हो गया है जिस कारण नौका संचालकों मे रोजी-रोटी में संकट छा गया है नौका संचालको में काफी आक्रोश है वही झील में नौकायन के लिए आए पर्यटकों में काफी मायूसी है
सिंचाई विभाग के अभियंता आर डी भट्ट ने बताया ओवरफ्लो के कारण झील का गेट खोला गया था लेकिन तकनीकी खामी के चलते गेट बंद नहीं हो पाया भट्ट ने बताया गेट को ठीक करने के प्रयास किया जा रहे हैं रुड़की से टेक्नीशियन की टीम बुलाई गई है जल्द गेट को ठीक करा दिया जाएगा इसके बाद झील में पानी भरना शुरू हो जाएगा उन्होंने बताया नौका संचालकों की लापरवाही के चलते हैं उनकी नौकाए क्षतिग्रस्त हुई है तथा मछलियों को बचाने का पूरा प्रयास किया जा रहा है वही नौका संचालको ने इसे सिंचाई विभाग की लापरवाही बताते हुए कहा सिंचाई विभाग के द्वारा समय रहते झील के गेट की मेंटेनेंस नहीं की जाती है जिस कारण गेट पिछले वर्ष भी खराब हुआ था और इस वर्ष भी खराब हो गया है उनकी कई नोकाए क्षतिग्रस्त हो चुकी है तथा झील से हजारों की तादात में मछलियां बह गई है झील में पानी न होने से नौकायन पूरी तरह बंद हो चुका है उन्होंने सिंचाई विभाग से जल्द से जल्द झील का गेट ठीक कर झील को भरने की मांग की है
वही पानी से लबालब भरी रहने वाली झील में पानी न होने से झील वीरान पड़ी हुई है मालूम है कोली झील में हजारों की तादात में पर्यटक पहुंचते हैं जो चंपावत जिले का प्रमुख पर्यटन का केंद्र है इस दौरान विनोद ढेक, प्रकाश सिंह ,दीपक फर्त्याल, दीपांशु मेहरा, जीवन सिंह, गिरीश सिंह ,मोहम्मद कलीम आदि नोका संचालक मौजूद रहे