चमोली जिले के पाणा गांव में सड़क सुविधा ना होने के चलते ग्रामीणों ने किलोमीटर पैदल चलकर डोली के सहारे बीमार महिला को पहुंचाया अस्पताल सरकार के विकास के दावों की खुली पोल
रिर्पोट: लक्ष्मण बिष्ट
बीमार महिला को लाया गया किलोमीटर पैदल चलकर डोली के सहारे मुख्य सड़क तक।
आजादी के 75 वर्ष बीत जाने के बाद भी चमोली जिले का दसौली ब्लॉक का एक ऐसा दूरस्थ पाणा गांव जहां आज भी गांव तक पहुंचने के लिए ग्रामीणों को कई किलोमीटर खड़ी चढ़ाई पार करनी होती है। गांव से एक बार एक शर्मसार करने वाली तस्वीर फिर सामने आई है पाणा गांव की आनंदी देवी उम्र 50 वर्ष कि अचानक देर रात को पेट में दर्द होने के कारण गांव में सड़क सुविधा ना होने के चलते बीमार आनंदी देवी को स्थानीय ग्रामीणों ने डोली के सहारे कई किलोमीटर चलकर मुख्य सड़क तक पहुंचाया।
आज भी दर्जनों गांव चमोली जिले में ऐसे हैं जहां आज भी बीमार व्यक्तियों को किलोमीटर पैदल चलकर डोली के सहारे मुख्य सड़क तक पहुंचाया जाता है। वही पाणा गांव से ठीक नीचे दस किलोमीटर तक कच्ची सड़क जैसी सुविधा पहुंचा दी गई है लेकिन गांव तक आज भी सड़क नहीं पहुंच पाई है जिसके चलते आज भी स्थानीय ग्रामीणों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है वहीं स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्होंने गांव की सड़क के बारे में कई बार शासन और प्रशासन को अवगत भी करा दिया है
लेकिन आज तक कुछ भी कार्रवाई नहीं हो पाई है। गांव में सुविधाओं का घोर अकाल है वही आप देख सकते हैं किस तरह से शर्मसार करने वाली तस्वीरें सामने आ रही है किस तरह से एक बीमार महिला को किस तरह से स्थानीय ग्रामीण डोली के सहारे से खतरनाक रास्ते व खड़ी चढ़ाई को पार कर मुख्य सड़क तक पहुंचा रहे हैं तस्वीरें शर्मसार करने वाली है लेकिन सुध लेने वाला कोई नहीं है हालांकि आनंदी देवी को ग्रामीणों नेे
जैसे-तैसे अस्पताल पहुंचाया उनका उपचार जिला अस्पताल गोपेश्वर में चल रहा है। लेकिन पाणा गांव के लोग आजादी के 75 साल बीत जाने के बाद भी सड़क सुविधा के लिए तरस रहे हैं जिस कारण ग्रामीणों में सरकार के खिलाफ काफी आक्रोश है ग्रामीणों ने कहा कि सरकार विकास के दावे तो खूब करती है लेकिन उनको पता नहीं कि यह विकास किस चिड़िया का नाम है शासन प्रशासन ने ध्यान देना चाहिए