सड़क टूटने से डूंगरा बोरा नहीं पहुंच पाई स्वास्थ्य विभाग की टीम
बीते दिनों लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत क्षेत्र में आई आपदा से डूंगरा बोरा क्षेत्र की सड़क जगह-जगह बह गई थी आपदा के 8 दिन बाद भी सड़क नहीं खुल पाई है और क्षेत्र के पैदल मार्ग भी बह चुके हैं वहीं ग्रामीणों के द्वारा क्षेत्र में वायरल फीवर , पीलिया अन्य बीमारियां होने की शिकायत की थी जिस पर एसडीएम लोहाघाट रिंकु बिष्ट ने संज्ञान लेते हुए डूंगरा बोरा क्षेत्र में स्वास्थ्य टीमें भेजने के निर्देश दिए थे शनिवार को हिम्मत कर डॉक्टर मंजीत सिंह ग्रामीणों के उपचार हेतु दवा सहित रवाना हुए
लेकिन लाख कोशिश के बावजूद रास्ते टूटे होने से वह गांव तक नहीं पहुंच पाए इस दौरान कई बार डॉक्टर सिंह खाई में गिरने से बाल बाल बचे डॉक्टर मंजीत सिंह ने बताया उनके द्वारा किसी तरह दवा को मड़वा के हेल्थ एंड वैलनेस सेंटर भिजवा दिया गया है जहां सीएचओ रजनी शिरोला व आयुर्वेदिक चिकित्सक के माध्यम से ग्रामीणों को दवा बांटी जाएगी डॉक्टर सिंह ने बताया ग्रामीणों के लिए बुखार ,दर्द ,पीलिया, उल्टी दस्त ,आदि की दवा के साथ-साथ क्लोरीन व ब्लीचिंग भेजा गया है उनके साथ गए सामाजिक कार्यकर्ता राजू भैया व क्षेत्र पंचायत सदस्य दशरथ सिंह व ग्रामिणो ने बताया क्षेत्र की सड़क खोलने के लिए प्रशासन के द्वारा जेसीबी लगाए गए हैं लेकिन जेसीबी से किसी भी हालत में सड़क नहीं खुल सकती है
उन्होंने प्रशासन से जल्द से जल्द पोकलैंड मशीन लगाने की मांग की है उन्होंने बताया क्षेत्र के हालात काफी ज्यादा खराब है ग्रामीणों के चलने के लिए पैदल मार्ग तक नहीं बचा है उन्होंने प्रशासन से आवाजाही के लिए पहले पैदल मार्ग बनाने की मांग की है ताकि ग्रामीण अपनी जरूरत की सामग्री को ला सके उन्होंने बताया सड़क बहने से कायल तक का क्षेत्र प्रभावित हो चुका है धीरे-धीरे ग्रामीणों की खाद्य सामग्री भी समाप्त होते जा रही है उन्होंने कहा कोई सक्षम अधिकारी क्षेत्र में आकर गांव के हालातो का जायजा ले गांव की सड़क, पैदल रास्ते पेयजल योजनाएं भी पूरी तरह धवस्त हो चुकी हैं उन्होंने कहा अगर कोई गंभीर बीमार हो जाता है तो उसे अस्पताल लाना नामुमकिन है