केंद्रीय विद्यालय को राष्ट्रीय स्तर पर बनानी चाहिए अपनी शान में पहचान: जिलाधिकारी
लोहाघाट के केंद्रीय विद्यालय की प्रबंध समिति की बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिलाधिकारी नवनीत पाण्डे ने बच्चों के सर्वज्ञ विकास के लिए महत्वपूर्ण टिप्स दिए। बच्चों के सर्वांगिण विकास में शिक्षकों की महत्वपूर्ण भूमिका के बारे में चर्चा किया। सर्वांगीण विकास की इस परिकल्पना को जमीन पर उतारने के लिए वे सभी प्रयास किए जाने चाहिए जिससे, यहां के छात्र–छात्राएं भी राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकें। जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालय हर क्षेत्र की परीक्षाओं व प्रतियोगिताओं में उत्तराखंड स्तर पर प्रथम पंक्ति में खड़ा होने का लक्ष्य निर्धारित करें। उन्होंने कहा कि केंद्रीय विद्यालयों का अपना अलग वजूद होता है, विद्यालय में नए व्यावहारिक विषयों का सृजन करने की जरूरत है। साथ ही शत-प्रतिशत बच्चे उत्तीर्ण हो व गुणात्मक सुधार करने हेतु महत्त्वपूर्ण टिप्स दिए। बैठक में विद्यालय के प्राचार्य प्रवीण शर्मा ने जिलाधिकारी प्रबंधन समिति के सदस्यों का स्वागत करते हुए विद्यालय की गतिविधियों एवं आवश्यकताओं पर विस्तार से चर्चा की। लोहाघाट केंद्रीय विद्यालय का अपना अलग नेटवर्क है, जहां संसाधनों की कोई कमी नहीं है, यहां अध्यनरत छात्र-छात्राओं के सर्वांगीण विकास पर जोर दिया जाता है।जिलाधिकारी ने कहा कि विद्यालय के नए भवन का निर्माण उपयुक्त ढंग से हो तो शैक्षिक वातावरण अधिक उत्तम होगा। साथ ही कार्यदायी संस्था से भवन निर्माण को समय से पूरा करने के निर्देश भी दिए।बैठक में उपजिलाधिकारी लोहाघाट रिंकु बिष्ट, डाइट प्राचार्य दिनेश खेतवाल, आईटीबीपी के द्वितीय कमान अधिकारी, प्रवक्ता नरेश राय, पीजी कॉलेज कि असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अनीता टम्टा, डॉ दिनेश राम,उप जिला चिकित्सालय की सीएमएस डॉक्टर सोनाली मंडल, केंद्रीय लोक निर्माण विभाग के सहायक अभियंता शमशेर सिंह, आर के मांगलिक, दीपा जोशी, घनश्याम जोशी आदि लोग मौजूद थे।