लंबे समय से क्षेत्रवासी आईटीआई संचालित करने की कर रहे थे मांग
लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत क्षेत्र के छात्रों के लिए अच्छी खबर है वर्ष 2018 में बंद हो चुके आईटीआई के दरवाजे एक बार फिर 6 साल के बाद खुल चुके हैं संस्थान में प्रवेश प्रक्रिया शुरू हो चुकी है क्षेत्रवासी लंबे समय से शासन से आईटीआई संचालित करने की मांग कर रहे थे आईटीआई दिगालीचौड़ के प्रधानाचार्य कविंद्र सिंह व कनिष्ठ सहायक दिनेश पंत ने बताया 2018 में छात्र संख्या की कमी के चलते दिगालीचौड़ आईटीआई को बंद करना पड़ा था लेकिन एक बार फिर शासन के आदेश पर इसे खोल दिया गया है जिसमें वर्ष 2024/ 25 के लिए इलेक्ट्रीशियन ट्रेड के लिए 20 सीटों पर प्रवेश प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है अभी तक 10 छात्रों का प्रवेश किया जा चुका है प्रधानाचार्य ने बताया आईटीआई अब अपने नए भवन में संचालित किया जाएगा तथा प्रवेश की अंतिम तिथि 23 नवंबर निर्धारित की गई है 23 नवंबर के बाद सीटें बचने पर पहले आओ पहले पाओ के तहत प्रवेश किया जाएगा प्रधानाचार्य ने बताया संस्थान में सामान्य वर्ग के छात्रों के लिए 3900 रुपए प्रति वर्ष तथा आरक्षित वर्ग के छात्रों के लिए 2900 रुपए प्रति वर्ष शिक्षण शुल्क निर्धारित किया गया है
प्रधानाचार्य ने बताया छात्र संख्या बढ़ने पर संस्थान में फिटर ट्रेड भी संचालित किया जाएगा तथा संस्थान का भवन भी बनकर तैयार हो चुका है जिसे जल्द संस्थान को हस्तांतरित कर दिया जाएगा प्रधानाचार्य ने बताया प्रवेश संबंधी जानकारी के लिए संस्थान के कनिष्ठ सहायक दिनेश चंद्र पंत से 8279818135 नंबर से सूचना ली जा सकती वहीं वर्षों के बाद संस्थान संचालित होने पर पुष्कर बोहरा, मोनू बिष्ट,मोहन पांडे, कैप्टन रघुवीर, दीपक जोशी, भुवन भट्ट, बसन्त भट्ट, योगेश रेसवाल , लक्ष्मणभंडारी,दीपक उप्रेती,सहित क्षेत्र वासियों ने खुशी जताई है उन्होंने कहा अब क्षेत्र के छात्रों को तकनीकी शिक्षा के लिए इधर-उधर नहीं भटकना पड़ेगा उन्होंने संस्थान को एक बार फिर से संचालित करने के लिए शासन को धन्यवाद दिया है