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लोहाघाट:अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक संगठन की त्रिवार्षिक शिक्षक उन्नयन गोष्ठी का लोहाघाट विधायक ने किया शुभारंभ

रिर्पोट: लक्ष्मण बिष्ट 👹

Kali Kumaun Khabar

अनुसूचित जाति जनजाति शिक्षक संगठन की त्रिवार्षिक शिक्षक उन्नयन गोष्ठी का लोहाघाट विधायक ने किया शुभारंभ

बुधवार 9 अक्टूबर को पर्यटक आवास गृह लोहाघाट में अनुसूचित जाति अनुसूचित जनजाति शिक्षक एसोसिएशन की त्रिवार्षिक शिक्षक उन्नयन गोष्ठी का आयोजन संगठन जिलाध्यक्ष मोहनलाल की अध्यक्षता में किया गया जिसमें मुख्य अतिथि लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी तथा अति विशिष्ट अतिथि चंद्र राम प्राचार्य राजकीय स्नातकोत्तर महाविद्यालय चंपावत, गोविंद वर्मा अध्यक्ष , प्रकाश तिवारी मुख्य मंत्री प्रतिनिधि , मेहरबान सिंह बिष्ट जी मुख्य शिक्षा अधिकारी चंपावत,विशिष्ट अतिथि संजय टम्टा प्रांतीय अध्यक्ष एससी एसटी शिक्षक एसोसिएशन उत्तराखंड, सुरेंद्र कुमार ग्वासीकोटी अध्यक्ष कुमाऊँ मंडल, सुनील टम्टा महामंत्री कुमाऊँ मंडल की गरिमामयी उपस्थिति में कार्यक्रम की शुरुवात की गई।शैक्षिक उन्नयन गोष्ठी में वक्ताओं द्वारा वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर अपने-अपने विचार रखें गए । जिसमें एन इ पी 2020 पर गंभीरतापूर्ण विचार किया गया ।शैक्षिक संदर्भ में हो रहे नए-नए नवाचारों पर भी विचार विमर्श किया गया इसके साथ ही सरकारी विद्यालयों में घटती छात्र संख्या पर चिंता जाहिर की गई ।सभी शिक्षकों और शासन प्रशासन से भी यह मांग की गई की सरकारी विद्यालयों को साधन संपन्न बनाकर सरकारी विद्यालयों की दशा व दिशा में सुधार किया जाए। जिससे देश के गरीब किसान वंचित वर्गों के बच्चों को शिक्षा आसानी से प्राप्त हो सके। वर्तमान में निजी शिक्षण संस्थानों के द्वारा जिस प्रकार का माहौल तैयार किया जा रहा है। वह केवल गरीब लोगों को भ्रमित करने के लिए ही किया जा रहा है। जबकि शिक्षण प्रक्रिया में राजकीय विद्यालय में योग्य शिक्षकों द्वारा ही शिक्षण कार्य किया जा रहा है। वक्ताओं ने शिक्षण कार्य में सूचना प्रौद्योगिकी का सफल प्रयोग कैसे किया जाए इस पर अपने विचार रखें। उन्होंने कहा कि छात्रों को संचार माध्यमों का सही उपयोग करने के लिए जागरूक करना चाहिए। इंटरनेट का सदुपयोग करना ठीक है । परंतु वर्तमान में बच्चे इसके गलत इस्तेमाल भी कर रहे हैं। जिससे बचना चाहिए अभिभावकों को और विद्यालय के सेवित क्षेत्र के सम्मानित लोगों से यह आग्रह किया जाए कि जब भी इस प्रकार की शैक्षिक गोष्ठियों का कार्यक्रम हो तो उसमें प्रतिभाग करें तथा अपने विचार दें। इसके साथ ही वक्ताओं द्वारा शिक्षकों की समस्याओं पर भी विचार विमर्श किया गया ।पुरानी पेंशन योजना के समर्थन में अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए मुख्यमंत्री प्रतिनिधि तथा विधायक लोहाघाट को आग्रह किया गया की उपरोक्त मुद्दों को विधान सभा सदन में उठाया जाय ईश्वर विधायक अधिकारी ने समस्त शिक्षकों को उनकी इन मांगों को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया सभी शिक्षकों से बाबा साहेब के शिक्षित बनो, संगठित रहो व संघर्ष करो के सिद्धांत पर कार्य करने का आह्वान करते हुए शिक्षकों को समाज व छात्र हित को सर्वोपरि रखने की अपील की

कहा शिक्षक समाज का दर्पण है वह प्रत्येक चीजों को बारीकी से अध्ययन भी करता है।शिक्षकों को अपना कर्तव्य पालन करने के साथ सामाजिक सेवा ,कुरीतियों, और बालिका शिक्षा, मेधावी विद्यार्थियों को आगे लाना चाहिये। विधायक अधिकारी ने कहा आज सरकारी विद्यालयों में गरीब वंचित और असहाय विद्यार्थी अध्यनरत हैं इसलिए शिक्षकों की दोहरी जिम्मेदारी भी बनती है कि हम उनके शिक्षक और अभिभावक दोनों ही दायित्व निभाकर उनके सर्वांगीण विकास प्रदान करने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं उन्होंने सरकार से समाज कल्याण छात्रवृत्ति एवं अन्य छात्रवृत्ति पर सरकार से सरलीकरण प्रक्रिया अपनाने का अनुरोध किया। विधायक अधिकारी ने बताया उच्च प्राथमिक स्तर पर जहाँ कुल शालात्यागी बच्चों का प्रतिशत 42.82 था, वहीं अनुसूचित जाति के शालात्यागी बच्चों का प्रतिशत 51.25 था जो कि सामान्य बच्चों की तुलना में अधिक है। इन बच्चों की शैक्षिक उपलब्धि में भी अंतर पाया जाता है। इन क्षेत्रों के विद्यालयों में गुणात्मक शिक्षा का अभाव एक प्रमुख कारण है ।। कार्यक्रम के अंत में अध्यक्ष के द्वारा सत्र का समापन किया गया। कार्यक्रम कांग्रेस नगर जिला अध्यक्ष अमर सिंह कोटियाल ,कविराज मोनी सहित कई लोग मौजूद रहे


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