मां भगवती व मां महाकाली की विशाल डोला रथ यात्रा के साथ झूमाधुरी महोत्सव का हुआ भव्य समापन झूमाधुरी में हजारों श्रद्धालुओं ने आस्था के डोले को किया नमन
मां झूमाधुरी मंदिर में हजारों लोगों ने पाटन-पाटनी और राईकोट महर के डोले में देवडांगरों से आशीर्वाद लिया। मेले से एक दिन पूर्व शुक्रवार को मां झूमाधुरी में जागरण किया। रात्रि को महिलाओं ने हाथ में दिए लेकर संतान प्राप्ति के लिए मन्नतें रखी।
लोहाघाट के पाटन-पाटनी और राईकोट महर/ कुंवर गांव के परस्पर सहयोग से आस्था के संगम मां झूमाधुरी मंदिर तक मां भगवती और मां महाकाली के डोले निकाले गए। इस दौरान हजारों श्रद्वालुओं ने मां के मंदिर में शीश नवाया। वहीं सामाजिक कार्यकर्ता सचिन जोशी और नवीन कार्की के द्वारा मेला स्थल में श्रद्धालुओं के लिए प्याउ और भंडारा लगाया था।
शनिवार को दोपहर 2:33 बजे पाटन-पाटनी से मां भगवती का पहला डोला पाल देवती मंदिर से मां झूमाधुरी मंदिर की ओर रवाना हुआ। डोले में मां भगवती के डांगरों के रूप में उमेश चन्द्र पाटनी और धन सिंह पाटनी रहे। खाल तोक पर पूजा अर्चना के बाद एक दम सीधी खड़ी चढ़ाई और ऊबर खाबर रास्तों पर हजारों लोगों ने मां भगवती के डोले में कंधा लगाकर वह रस्सी के सहारे झूमाधुरी मंदिर पहुंचाया। डोले ने मां झूमाधुरी मंदिर में परिक्रमा की।
करीब 3:50 में राईकोट महर गांव से भी मां भगवती का डोला झूमाधुरी मंदिर की ओर बढ़ा। रथ में सवार मां भगवती के रूप में दान सिंह और मां महाकाली के रूप में राधिका देवी सवार थी उन्होने भक्तों को चंवर झुलाकर आर्शीवाद दिया। भक्तगणों का उत्साह देखते बन रहा था। भक्ति काफी उत्साह और मां के जयकारों के साथ खड़ी चढ़ाई को पार करते हुए मां के डोले को मुख्य मंदिर तक ले गए मां के डोले के पीछे सैकड़ो महिलाएं मां जयकारे लगाते हुए चल रही थी
वही खाल थोक में विशाल मेले का आयोजन किया गया जहां दूर-दूर से पहुंचे व्यापारियों ने अपनी दुकानें सजाई हुई थी जहां हजारों लोगों ने जमकर खरीदारी करी तथा मेले का आनंद उठाया वही शांति व सुरक्षा व्यवस्था के लिए चप्पे चप्पे पर पुलिस तैनात थी महोत्सव समिति के अध्यक्ष मोहन पाटनी और ग्राम प्रधान जानकी बोहरा ने मेले को शांतिपूर्ण संपन्न करने के लिए पुलिस प्रशासन व क्षेत्र वासियों का आभार जताया
मेला कमेटी अध्यक्ष मोहन पाटनी ने कहा मुख्य मन्दिर तक मार्ग सुधारीकरण के लिए जल्द एक सिस्ट मण्डल मुख्यमंत्री से मिलेगा तथा अगले वर्ष महोत्सव को और भी ज्यादा भव्य और बड़ा रूप दिया जाएगा मालूम हो मां झूमाधूरी निसंतान दंपतियो की झोली संतान से भरती है जिस कारण कई निशांतन महिलाएं मां के दरबार में पहुंचती हैं
महोत्सव में गंगा सिंह पाटनी, ग्राम प्रधान , प्रकाश बोहरा, बाबा आदित्यदास, सचिन जोशी,राजेन्द्र विश्वकर्मा,रमेश पाटनी,गिरीश कुंवर, प्रमोद पाटनी, सुभाष विश्वकर्मा, शशांक पांडेय, कमल कुलेठा ,मुकेश पाटनी व रायकोट व पाटन क्षेत्र के युवाओं के द्वारा सहयोग किया गया।