रिपोर्ट: साहबराम : 8th Pay Commission: 8वें वेतन आयोग में इन कई भत्तों पर चल सकती है सरकार की कैंची, जाने वजह ?

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Mon, Sep 1, 2025
8th Pay Commission: लाखों केंद्रीय कर्मचारी और पेंशनभोगी 8वें वेतन आयोग का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। हर बार न केवल सैलरी में संशोधन होता है, बल्कि भत्तों (Allowances) की समीक्षा कर उनमें भी बद बदलाव होता है। इसकी के चलते कर्मचारियों के मन में भी सवाल है की सरकार कहीं कई मौजूदा भत्तों को नए वेतन आयोग में खत्म नया कर दे?
एक प्रिन्ट मीडिया में छपी खबर के मुताबिक, सातवें वेतन आयोग (7th CPC) के समय बड़ी संख्या में भत्तों की समीक्षा की गई थी। इसके बाद कई भत्तों को खत्म कर दिया गया था। 8th Pay Commission
मिली जानकारी के अनुसार, जानकारों का कहना है कि इस बार भी सरकार उन भत्तों को खत्म कर सकती है जिनकी अब कोई जरूरत नहीं रही है।
7वें वेतन आयोग में क्या हुआ
जानकारी के मुताबिक, 7वें वेतन आयोग के दौरान करीब 196 अलग-अलग भत्ते मौजूद थे, जिनमें कई एक जैसे थे या फिर उनका इस्तेमाल बेहद सीमित था। इसके बाद 7वें वेतन आयोग में उनमें से 52 भत्तों को खत्म करने की सिफारिश की गई थी। वहीं 36 भत्तों को दूसरे भत्तों में मिला दिया गया था। इसके बाद सरकार ने कई भत्तों को पूरी तरह से हटा दिया और कुछ को नए नाम और नियमों के तहत लागू किए गए थे। 8th Pay Commission
महंगाई और बेसिक सैलरी
मिली जानकारी के अनुसार, 8वें वेतन आयोग में भी यही प्रक्रिया दोहराई जा सकती है। जानकारों का मानना है कि आठवें वेतन आयोग में भत्तों की संख्या कम हो सकती है। 8वें वेतन में आयोग का फोकस कम अलाउंस और ज्यादा ट्रांसपेरेंसी पर हो सकता है।
माना जा रहा है कि इस बार सरकार का जोर बेसिक सैलरी और महंगाई भत्ते को ज्यादा मजबूत करने पर होगा, जबकि छोटे-छोटे भत्तों को सरकार खत्म कर सकती है। 8th Pay Commission
कटौती के आसार
जानकारी के मुताबिक, 8वें वेतन आयोग में ट्रैवल अलाउंस, स्पेशल ड्यूटी अलाउंस, छोटे स्तर के रीजनल भत्तों और कुछ विभागीय अलाउंस (जैसे पुराने समय से चल आ रहे टाइपिंग/क्लेरिकल अलाउंस) को खत्म किया जा सकता है। हालांकि इस बारे में अभी तक कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है। 8th Pay Commission
क्या होगा असर
मिली जानकारी के अनुसार, भत्ते घटने का मतलब यह नहीं है कि कर्मचारियों की कमाई कम हो जाएगी। आमतौर पर सरकार ऐसा संतुलन बनाती है कि बेसिक पे और DA को बढ़ा दिया जाए। इससे न केवल कर्मचारियों की आय पर असर नहीं पड़ता, बल्कि पेंशन पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।