उत्तराखंडभ्रष्टाचार

लोहाघाट: विभागीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेट चढ़ी मुख्यमंत्री के जिले की सीमांत खालगड़ा रोसाल सड़क घटिया डामरीकरण को लेकर ग्रामीणों ने पीडब्ल्यूडी के खिलाफ किया प्रदर्शन 6 महीने पहले किया गया डामरीकरण एक बरसात भी नहीं झेल पाया

रिर्पोट:लक्ष्मण बिष्ट

Kali Kumaun Khabar

मुख्यमंत्री के जिले चंपावत की लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र की नेपाल सीमा को जोड़ने वाली महत्वपूर्ण खालगढ़ रोसाल सड़क विभागीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है सड़क में लगभग 6 महीना पहले पीडब्लूडी लोहाघाट के द्वारा डामरीकरण कार्य करवाया गया था जो कि भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया और सड़क एक बरसात भी नहीं झेल पाई जिस कारण पूरी सीमांत सड़क गड्ढों से पट गई है और सड़क जगह तालाबों में तब्दील हो चुकी है वहीं रविवार को क्षेत्र के ग्रामीणों व वाहन चालकों ने

किसान नेता मोहन चंद्र पांडे के नेतृत्व में सड़क में हुए घटिया डामरीकरण कार्य की जांच करने की मांग को लेकर रोसाल बाजार मे पीडब्ल्यूडी लोहाघाट के खिलाफ प्रदर्शन किया किसान नेता मोहन चंद्र पांडे व ग्रामीणों ने बताया लगभग 6 महीना पहले ही पीडब्ल्यूडी ने बरसों बाद रोसाल खालगढ़ सड़क में डामरीकरण किया था जो कि विभाग व ठेकेदार की भ्रष्टाचार की भेट चढ़ गया पूरी सड़क गड्ढों व तालाब में तब्दील हो चुकी है जिस कारण सड़क में वाहन चलाना काफी मुश्किल हो रहा है इसके अलावा क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं व मरीजों को अस्पताल लाने में काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है

ग्रामीणों ने कहा मुख्यमंत्री के जिले में ही विभागीय अधिकारी इस तरह भ्रष्टाचार व कमीशनखोरी में लिप्त हैं जो कि काफी गंभीर मामला है मुख्यमंत्री ने ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करनी चाहिए ग्रामीणों ने प्रदर्शन करते हुए संबंधित अभियंता व ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई करने व कार्य की जांच करने तथा सड़क में हॉट मिक्स करने की मांग मुख्यमंत्री धामी व डीएम चंपावत से करी ग्रामीणों ने कहा मुख्यमंत्री के द्वारा पूरा पैसा क्षेत्र के विकास के लिए दिया जा रहा है जो कि विभागीय अधिकारियों के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ रहा है जिस का उदाहरण 6 महीने पहले बनी हुई सड़क एक बरसात भी नहीं झेल पाई

वहीं पीडब्लूडी लोहाघाट के अधिशासी अभियंता संजय चौहान ने फोन वार्ता में कहा यह मामला उनके लोहाघाट में कार्य भार ग्रहण करने से पहले का है मामला संज्ञान में आया है डामरीकरण कार्य की जांच करवाई जाएगी तथा जांच में दोषी पाए जाने पर संबंधित अभियंता तथा ठेकेदार के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई करी जाएगी अगर ठेकेदार का पेमेंट नहीं हुआ होगा तो पेमेंट को रुकवाया जाएगा लोगों ने कहा जहां विभाग एक और उच्च गुणवत्ता की बात करता है तो वहीं दूसरी ओर डामरीकरण 6 माह भी नहीं टिकता है वीडियो में साफ देखा जा सकता है सड़क किस प्रकार से भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ चुकी है

प्रदर्शन करने में किसान नेता मोहन चंद्र पांडे,  सामाजिक कार्यकर्ता बसंत भट्ट, राजू सामंत ,प्रकाश बोहरा ,विनोद बोहरा, संजय भट्ट ,सहदेव कापड़ी, दया किशन भट्ट ,सुरेश सिंह , उमेद सिंह सहित कई ग्रामीण मौजूद रहे

 


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