

लड़ीधूरा के मंच पर बिखरेंगे देश की विविध संस्कृति के रंग उत्तराखंड की छपेली के साथ-साथ जम्मू कश्मीर का डोगरी तथा हिमाचल का गिद्दा नृत्य रहेगा आकर्षण का केंद्र।
बाराकोट के प्रसिद्ध लड़ीधूरा महोत्सव की सारी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं, इस वर्ष महोत्सव 12 से 17 अक्टूबर तक धूमधाम के साथ 6 दिवसीय महोत्सव के रूप में आयोजित किया जाएगा, लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के सांस्कृतिक संयोजक लोकमान सिंह अधिकारी ने बताया कि इस वर्ष लड़ीधूरा के मंच पर महोत्सव के मंच पर देश की विविध संस्कृति के रंग बिखरेंगे महोत्सव में कुमाऊं के प्रसिद्ध घसियारी नृत्य, झोड़ा, चांचडी, और छपेली, गढ़वाल के थडिया, चौफुला,तांदी, जम्मू कश्मीर के डोगरी, हिमाचल प्रदेश के झमाकडा, गुजरी तथा हिमाचली गिद्दा, तो पंजाब के भांगड़ा और गुजरात के डांडिया की प्रस्तुति होगी, कार्यक्रमों के लिए उत्तराखंड सरकार के संस्कृति विभाग देहरादून तथा सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय भारत सरकार से नॉर्थ जून कल्चरल सेंटर पटियाला से विभिन्न दलों को महोत्सव में प्रतिभा करने हेतु अधिकृत किया गया है। महोत्सव का विधिवत उद्घाटन विभिन्न विद्यालयों की सांस्कृतिक झांकियां के साथ 13 अक्टूबर 2024 को क्षेत्रीय विधायक खुशाल सिंह अधिकारी करेंगे। महोत्सव में 15 अक्टूबर 2024 को बहुउद्देशीय शिविर का आयोजन किया जाएगा। स्वास्थ्य विभाग की तरफ से संपूर्ण महोत्सव अवधि में स्वास्थ्य शिविर लगाया जाएगा। लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी समस्त क्षेत्रीय युवाओं से महोत्सव को सफल बनाने में सहयोग करने का आवाहन किया गया है।