

जूनियर हाई स्कूल परेवा की शिक्षा व्यवस्था बदहाल एक शिक्षिका के सहारे स्कूल
एक और सरकार जहां राजकीय विद्यालयो में सुविधा देने की बात करती है तो वही दूसरी ओर शिक्षा विभाग की बड़ी लापरवाही सामने आई है जहां चंपावत जिले के दूरस्थ क्षेत्र रीठासाहिब के ग्राम पंचायत परेवा का जूनियर हाईस्कूल पिछले आठ माह से मात्र एक शिक्षिका के सहारे चल रहा है! जिस कारण विद्यालय के छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन कार्य पूरी तरह चौपट हो गया एसएमसी अध्यक्ष शेर सिंह परवाल ने कहा शिक्षा विभाग ने विद्यालय को एक मात्र शिक्षिका के भरोसे छोड़ दिया है शिक्षिका को विद्यालय में पढ़ाई के अलावा मिड डे मील ,स्कूल कार्यालय के भी कार्य करने पढ़ते हैं जिस कारण विद्यालय में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं का पठन-पाठन कार्य पूरी तरह प्रभावित हो गया है उन्होंने कहा अस्वस्थ होने के कारण शिक्षिका एम्स दिल्ली से अपना इलाज करा रही हैं ! एसएमसी अध्यक्ष ने बताया अभिभावकों के बार बार शिक्षा विभाग के अधिकारियों को विद्यालय की स्थिति के बारे मे अवगत कराने के बाद भी शिक्षा विभाग के कान में जूँ तक नही रेग रही है जिस कारण अभिभावकों में काफी आक्रोश है !
वही एसएमसी अध्यक्ष शेर सिंह परवाल के नेतृत्व में अभिभावकों ने चेतावनी देते हुए कहा यदि एक सप्ताह के भीतर विद्यालय में दो अन्य शिक्षकों की व्यवस्था नही की गयी तो क्षेत्र के सभी अभिभावक अपने पाल्यों की टी0सी काट कर स्कूल भेजना बंद कर देंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग व प्रशासन की होगी उन्होंने कहा शिक्षा विभाग उनके बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ कर रहा है! इस सूचना को मुख्यमंत्री पोर्टल में भी सूचनार्थ अभिभावकों की ओर से डाला जा रहा है वहीअभिभावकों ने प्रशासन व शिक्षा विभाग से एक हफ्ते के भीतर विद्यालय में शिक्षकों की तैनाती की मांग की है ! इस दौरान सामाजिक कार्यकर्ता भगवान राम, शेर सिंह परवाल, रुप सिंह परवाल, प्रकाश परवाल, मोहन चंद्र टिटगाँई आदि मौजूद रहे !