बाराकोट:सादगी व शांतिपूर्वक संपन्न हुआ लड़ीधूरा मां भगवती मंदिर में आयोजित विवाह समारोह
रिर्पोट:लक्ष्मण बिष्ट


सादगी के साथ शांतिपूर्वक संपन्न हुआ लड़ीधूरा मां भगवती मंदिर में आयोजित विवाह समारोह
लड़ीधुरा सांस्कृतिक एवं शैक्षिक मंच अध्यक्ष नागेंद्र जोशी ने बताया बाराकोट के लड़ीधूरा मां भगवती मंदिर में आयोजित विवाह समारोह आज शांतिपूर्वक सादगी के साथ संपन्न हो गया। जोशी ने बताया यह विवाह समारोह समाज के लिए एक उदाहरण भी दे गया। ग्राम सभा पम्दा निवासी मदन मोहन जोशी (अमरदीप इलेक्ट्रिकल लोहाघाट) के ज्येष्ठ पुत्र का विवाह ग्राम सभा सुईं निवासी मोहन चंद्र ओली की पुत्री से होना सुनिश्चित हुआ था। विगत 27 मार्च को मोहन चंद्र ओली के ज्येष्ठ पुत्र लोहाघाट में एक सड़क दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल हो गए थे। जो कि वर्तमान में भी अत्यधिक गंभीर अवस्था में हैं। डॉक्टर ने उन्हें घर ले जाने के लिए बोल दिया था। विभिन्न प्रकार की पारिवारिक परेशानियों से जूझते हुए मोहन चंद्र ओली अपनी पुत्री के विवाह हेतु अत्यंत चिंतित थे, अध्यक्ष नागेंद्र जोशी ने कहा ऐसे में हमारे सहयोगी साथी नवल किशोर जोशी द्वारा उन्हें लड़ीधूरा मां भगवती मंदिर में निशुल्क सादगी के साथ शादी समारोह आयोजित करने की सलाह दी गई, जिस पर मोहन चंद्र ओली द्वारा अपनी सहमति व्यक्त की गई। दोनों पक्षों की सहमति के बाद जब प्रस्ताव लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच तक पहुंचा तो सभी साथियों ने एक स्वर में सहर्ष स्वीकृति दे दी। जिसके फल स्वरुप यह विवाह समारोह अत्यंत सादगी के साथ आज संपन्न हुआ। उन्होने कहा यह विवाह समारोह हम सबके लिए भी एक उदाहरण प्रस्तुत कर गया कि जहां हम सब दिखावे के लिये महंगे से महंगे होटलों में लाखों रुपए खर्च करके स्वयं पर वित्तीय बोझ बढ़ाते हैं, क्यों ना हम अपने आराध्य देवी देवताओं के मंदिर में इन समारोहों को विधिविधान के साथ संपन्न करके हम सब लाखों रुपयों के वित्तीय बोझ से बच सकते हैं। साथ ही अपने आराध्य देवी देवताओं की कृपा एवं आशीर्वाद के पात्र भी बन सकते हैं। वहीं लोगों के द्वारा बर पक्ष की काफी सराहना करी गई लोगों ने कहा बरपक्ष ने शानदार उदाहरण प्रस्तुत किया है किया है वही अध्यक्ष नागेंद्र जोशी व मंच के सदस्यों ने क्षेत्र की समस्त जनता से अनुरोध करते हुए कहा कि यदि भविष्य में उन्हें भी कभी इस प्रकार के कार्यक्रमों के आयोजन हेतु पवित्र स्थान की आवश्यकता हो तो आप लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच से संपर्क कर सकते हैं