बदरीनाथ-केदारनाथ में दर्शन के लिए वीआईपी को देना होगा शुल्क
10 मई से उत्तराखंड में चार धाम शुरू हो रही है । पिछले साल की बात करें की धामों में शुरू की गई वीआईपी शुल्क व्यवस्था से बीकेटीसी को 1.55 करोड़ रुपये की आय प्राप्त हुई थी। और इस बार भी पिछले वर्ष की तरह वीआईपी दर्शन के लिए शुल्क रखा गया है । दरअसल केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में पूजा-पाठ की व्यवस्था बीकेटीसी के माध्यम से की जाती है। यात्रा के दौरान केदारनाथ और बदरीनाथ धाम में आम श्रद्धालुओं के साथ ही प्रोटोकॉल के अनुसार वीआईपी भी दर्शन के लिए पहुंचते हैं। जिसको लेकर पिछले वर्ष की तरह इस बार भी बीकेटीसी द्वारा तैयारी की गई है । बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेंद्र अजय ने इसपर जानकारी देते हुए बताया की गत वर्ष जब चारधाम यात्रा प्रारंभ हुई थी तब बद्रीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति ने अपने चार अध्यंगल देश के प्रमुख मंदिर में भेजे थे जिन्होंने व्यवस्थाओं का अध्ययन किया और सुझाव दिए की
चार धामों में जो विशिष्ट और अति विशिष्ट महानुभाव आते हैं उनसे श्रद्धालु के रूप में निश्चित शुल्क लिया जाना चाहिए । उन्होंने कहा की हम वीआईपी को प्राथमिकता के साथ दर्शन कराते हैं और निशुल्क प्रसाद भी दिया जाता है इसीलिए उनसे एक निर्धारित शुल्क लिया जाना चाहिए । उन्होंने बताया की अध्यन के बाद हमने ₹300 प्रति वीआईपी श्रद्धालुओं के लिए निर्धारित किया था उसका सुखद परिणाम मिला और इस वर्ष भी इस व्यवस्था को लागू करेंगे । उन्होंने कहा की वीआईपी के लिए कई अव्यवस्थाएं भी होती थी उन्हें नियंत्रित करने में भी इससे सहूलियत मिलेगी ।