रिपोर्ट :लक्ष्मण बिष्ट : चंपावत:एनएचएम नियुक्ति में धांधली का लगा आरोप पूर्व प्रधान ने की जांच की मांग।
Laxman Singh Bisht
Tue, Dec 23, 2025
एनएचएम नियुक्ति में धांधली का लगा आरोप पूर्व प्रधान ने की जांच की मांग।
एनएचएम कर्मियों के परिजनों को नियुक्ति देने के लगाए आरोप।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने सभी आरोपो को बताया निराधार। कहा 6 सदस्य कमेटी ने चयनित किए अभ्यर्थी। निष्पक्ष हुई भर्ती

पूर्व प्रधान बेड़ा बेडवाल (बाराकोट)मीनाक्षी जोशी ने चंपावत जिले में एनएचएम में हुई नियुक्ति पर धाधली के गंभीर आरोप लगाते हुए जांच की मांग की है।पूर्व प्रधान ने एनएचएम में एनएचएम कर्मियों के परिजनों को नियुक्त करने के गंभीर आरोप स्वास्थ्य विभाग पर लगा दिए। पूर्व प्रधान मीनाक्षी जोशी ने बताया वह परामर्शदाता परिवार नियोजन कार्यक्रम के पद पर साक्षात्कार देने गई थी ।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन चंपावत के द्वारा इस पद हेतु मास्टर डिग्री समाजशास्त्र शैक्षिक योग्यता रखी गई थी ।साथ ही इस पद पर कार्य करने का अनुभव मांगा गया था। इसके अलावा वेतन पर्ची का प्रमाण ,पासबुक की छाया प्रति आदि मांगी गई थी। पूर्व प्रधान ने बताया पूर्व में वह लोहाघाट अस्पताल में इस पद पर कार्य कर चुकी हैं ।जिसका अनुभव प्रमाण पत्र एवं वेतन स्लिप पासबुक की छाया प्रति शैक्षिक योग्यता के साथ उनके द्वारा संलग्न किया गया था। उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी से मांग की है कि उनका चयन इस पद पर किस आधार पर नहीं किया गया ।साथ इस पद पर जिन भी अभ्यर्थियों द्वारा साक्षात्कार में प्रतिभाग किया गया उनके शैक्षिक प्रमाण पत्र अनुभव प्रमाण पत्र बैंक खाता विवरण आदि की जांच अन्य विभाग के अधिकारियों से कराने की मांग की गई है। पूर्व प्रधान ने आरोप लगाते हुए कहा एनएचएम में परिवारवाद ,भाई भतीजा वाद हावी होता जा रहा है। हर वर्ष एनएचएम में पूर्व से कार्यरत कर्मियों के भाई-बहन पति-पत्नी आदि का ही चयन किया जा रहा है ।क्या अन्य लोग शैक्षिक योग्यता पूर्ण नहीं करते हैं या एनएचएम इन्हीं लोगों के लिए बना है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा इस सूची में एक अभ्यर्थी का दो-दो पदों पर चयन किया गया है। पूर्व प्रधान ने आरोप लगाते हुए इस सूची में एक पद में सिर्फ दो लोगों ने साक्षात्कार दिए थे क्या इसका मानक एक पद के प्रति तीन होना चाहिए था ? पूर्व प्रधान ने आरोप लगाते हुए कहा जिनके प्रमाण पत्र पूर्ण नहीं थे, जिन्हें कंप्यूटर टाइपिंग तक नहीं आती थी सभी को साक्षात्कार में बिठाया गया उन्होंने शासन प्रशासन से सभी चयनित अभ्यर्थियों के प्रमाण पत्र की जांच की मांग की है। मामले में सीएमओ चंपावत डॉक्टर देवेश चौहान ने कहा नियुक्ति में लगाए गए सभी आरोप निराधार हैं। सीएमओ ने बताया जिलाधिकारी के निर्देश पर मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में 6 सदस्य कमेटी गठित की गई ।जिनके द्वारा साक्षात्कार के बाद अभ्यर्थियों का निष्पक्ष तरीके से चयन किया गया है। जिसके बाद चयनित अभ्यर्थियों की लिस्ट जारी की गई है ।उन्होंने कहा लगाए गए सभी आरोप निराधार है ।मामला काफी गंभीर है अब यह तो जांच के बाद ही पता चलेगा की एनएचएम की नियुक्ति में अनियमितता हुई है या नहीं।