रिपोर्ट: लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : चंपावत: राजकीय शिक्षक संघ का अधिवेशन स्थाई शिक्षक छुट्टी में अतिथि शिक्षक संभालेंगे विद्यालयों की जिम्मेदारी।

जून माह के वेतन के लिए अतिथि शिक्षक लगा रहे हैं गुहार विभाग नहीं ले रहा संज्ञान।
स्थाई शिक्षक छुट्टी में अतिथि शिक्षक ऑन ड्यूटी। सरकार व विभाग पर लगाया उत्पीड़न का आरोप।शिक्षा विभाग में 10 वर्षों से बेहतरीन सेवा दे रहे अतिथि शिक्षकों के ऊपर शिक्षा विभाग ने पुनः एक बड़ी जिम्मेदारी थोप दी है । राज्य के सभी जिलों में माध्यमिक शिक्षक संगठनों में जिला कार्यकारिणी का चयन हो रहा है जिसके लिए मुख्य शिक्षा अधिकारी चंपावत के द्वारा सभी शिक्षकों को विद्यालय में दो से तीन दिन के लिए कार्यमुक्ति के आदेश जारी किए गए है और सभी विद्यालय अतिथि शिक्षकों के भरोसे छोड़ दिए गए है।
चंपावत माध्यमिक शिक्षक संघ की जिला कार्यकारिणी का गठन 23 /24 मई को होना है ।जिसमें जिले के सभी शिक्षकों को विद्यालय से कार्य मुक्ति के आदेश दिए जा चुके हैं।ऐसी स्थिति में शिक्षा विभाग को अतिथि शिक्षकों को शिक्षा व्यवस्था सुचारू रखने की जिम्मेदारी दी गई है। आलम यह है कि कहीं-कहीं छात्र संख्या अत्यधिक होने के कारण विद्यालयों की स्थिति संभालना काफी मुश्किल हो रहा है।लेकिन कम मानदेय में कार्यरत अतिथि शिक्षक विद्यालयों की व्यवस्था को बखूबी संभाले हुए हैं। जनपद के हजारों विद्यार्थी अतिथि शिक्षकों के भरोसे पढ़ाई कर रहे है विशेष कर दूरस्थ क्षेत्रों में। फिर भी अतिथि शिक्षकों को जून माह के मानदेय के लिये सरकार और अधिकारियों से गुहार लगानी पड़ रही है। जिसका समाधान आज तक नहीं हो पाया।
चम्पावत अतिथि शिक्षक संगठन ने कहा है कि पहले भी ऐसे समय में जब स्थाई शिक्षकों की कमी में अतिथि शिक्षक पूर्ण मनोयोग से विद्यालय की हर गतिविधि में अपना शत प्रतिशत योगदान देते आए हैं। अतिथि शिक्षकों के आने से हाईस्कूल और इंटर के परीक्षा परिणामो में काफी बढ़ोतरी हुई है। लेकिन सरकार की अस्पष्ट नीति, जून के मानदेय हेतु अधिकारियों का स्पष्ट रवैया न होने से अतिथि शिक्षक अपनी भविष्य के प्रति मानसिक रूप से परेशान है।इस संदर्भ में चम्पावत अतिथि शिक्षक संघ जिला कार्यकारिणी ने विधायक प्रतिनिधि प्रकाश चंद्र तिवारी को इस मुद्दे में एक लिखित ज्ञापन भी दिया जा चुका हैं।