: बाराकोट:व्लाक स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में पी0एम0श्री अटल उत्कृष्ट विद्यालय चौमेल का दबदबा

व्लाक स्तरीय राष्ट्रीय आविष्कार अभियान योजना 2024 में पी0एम0श्री अटल उत्कृष्ट विद्यालय चौमेल का दबदबा
राष्ट्रीय आविष्कार अभियान 2024 योजना के अंतर्गत आज बाराकोट में विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन खंड शिक्षा अधिकारी भारत जोशी की अध्यक्षता में किया गया । जिसमें बाराकोट के सभी सरकारी विद्यालयों में अध्यनरत कक्षा 6 से 12 तक के छात्र-छात्राओं द्वारा प्रतिभाग किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि निवर्तमान जेष्ठ उप प्रमुख नंदा वल्लभ बगौली द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। क्विज प्रतियोगिता जूनियर वर्ग में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज चौमेल, राजकीय इंटर कालेज बापरु, अटल उत्कृठ इंटर कॉलेज बाराकोट क्रमशःप्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे।
सीनियर वर्ग में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज चौमेल, राजकीय बालिका इंटर कॉलेज काकड़, राजकीय इंटर कॉलेज रेगड़ू क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। विज्ञान ड्रामा में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज चौमेल, राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय ईजड़ा, राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय देवराडी क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। विज्ञान प्रदर्शनी में जूनियर वर्ग में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज चौमेल, राजकीय इंटर कॉलेज डोबाभागू, राजकीय आदर्श उच्च प्राथमिक विद्यालय ईजड़ा क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे।
मॉडल प्रदर्शनी सीनियर वर्ग में अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज चौमेल, राजकीय इंटर कॉलेज बापरु, राजकीय इंटर कॉलेज डोबाभागू क्रमशः प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे। कार्यक्रम का संचालन विज्ञान समन्वयक राजेंद्र गड़कोटी ने किया। कार्यक्रम में उत्तरांचल (पार्वतीय) कर्मचारी शिक्षक संगठन के जिला अध्यक्ष नागेंद्र जोशी, राजकीय शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष जगदीश सिंह अधिकारी, बी0आर0सी0 समन्वयक रमेश चंद्र जोशी, महेश चंद्र पांडे, कैलाश चंद्र जोशी, पुष्पा वर्मा, विनोद पांडे, हरिश्चंद्र पांडे, दीपक रावत, महेंद्र सिंह अधिकारी, नवीन सिंह बिष्ट, विनोद जोशी, भगवान सिंह अधिकारी, गिरधर राम, ममता पाटनी, लता गड़कोटी, प्रियंवदा चौहान जोशी, प्रीति बोहरा, शोभा गड़कोटी एवं सभी विद्यालयों के मार्गदर्शक शिक्षक उपस्थित रहे।
खंड शिक्षा अधिकारी भारत जोशी ने सभी प्रतिभागी छात्र-छात्राओं की सराहना करते हुए कहा कि इन्हीं नन्हे मुन्ने छात्र-छात्राओं में भविष्य के वैज्ञानिक छुपे हुए होते हैं इसलिए हमें विज्ञान के कार्यक्रमों में छात्र-छात्राओं को अधिक से अधिक प्रतिभाग कराना चाहिए।



