रिपोर्ट :लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट:महिला के लिए देवदूत बने कांस्टेबल हेम महरा बचाई जान।
.महिला के लिए देवदूत बने कांस्टेबल हेम महरा बचाई जान।
लोहाघाट थाने के यातायात कर्मी पूर्व सैनिक कांस्टेबल हेम महरा अपनी कार्य प्रणाली के चलते लोहाघाट की जनता के बीच काफी लोकप्रिय है। कांस्टेबल हेम महरा अभी तक कई लोगों की मदद कर चुके हैं लोगों के खोए हुए पर्स, मोबाइल ,जेवर व सामान आदि ढूंढ कर उनके सुपुर्द कर चुके हैं ।लोहाघाट की यातायात व्यवस्था संभालने में कांस्टेबल महरा का अहम योगदान रहता है। आज बुधवार दोपहर को बाराकोट के नर्रा गांव की निवासी मुन्नी देवी पत्नी कृष्ण राम लोहाघाट बस स्टेशन में अचानक बेहोश होकर गिर गई उनकी हालत काफी गंभीर थी। सूचना मिलते ही कांस्टेबल है महरा तत्काल मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से बीमार महिला मुन्नी देवी को वाहन की व्यवस्था कर तुरंत लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय लाए । जहां तत्काल चिकित्सकों के द्वारा महिला का उपचार किया गया महिला की स्थिति अब खतरे से बाहर है। लोगों के द्वारा कांस्टेबल महरा के द्वारा किए गए कार्यों की सराहना की जा रही है। मालूम हो तीन दिन पूर्व भी कांस्टेबल हेम महरा के द्वारा दुर्घटना में घायल महिला को अस्पताल पहुंचा कर उनका उपचार करवाया गया। मुसीबत में फंसे लोगों के लिए कांस्टेबल महरा किसी देवदूत से कम नहीं है।