: लोहाघाट:तीन गांवो से ढोल नगाड़ों के साथ निकाला मां भगवती का डोला देवीधार महोत्सव का हुआ समापन हजारों लोग हुए शामिल
तीन गांवो से ढोल नगाड़ों के साथ निकाला मां भगवती का डोला देवीधार महोत्सव का हुआ समापन हजारों लोग हुए शामिल
लोहाघाट के देवीधार में चल रहे पांच दिवसीय रजत जयंती देवी महोत्सव के अंतिम दिन रविवार को कलीगांव ,डेसली व राय नगर चौड़ी से ढोल नगाड़ों के साथ निकली मां भगवती की भव्य देवी रथ यात्रा के साथ पांच दिवसीय महोत्सव का समापन हुआ रविवार को लोहाघाट क्षेत्र के तीन गांवो से निकली मां भगवती की भव्य देवी रथ यात्रा देवीधार के मां भगवती मंदिर पहुंची जहां देवी रथो ने मां भगवती के मंदिर की परिक्रमा की
सर्वप्रथम डेसली से मां भगवती का डोला देवीधार पहुंचा जिसमें मां भगवती के रूप में करन सिंह देवपा, नारायण सिंह व मां महाकाली के रूप में रतन सिंह विराजमान थे इसके बाद कलीगांव का डोला देवीधार मंदिर पहुंचा जिसमें मां भगवती के रूप में नारायण सिंह पुजारी सवार थे रथ के आगे मां भगवती के वीर चल रहे थे अंत में राय नगर चौड़ी का डोला देवीधार मंदिर पहुंचा
डोले में मां भगवती के रूप में हरीश कापड़ी, गीता राय तथा मां महाकाली के रूप में गीता राय सवार थी हजारों भक्तों के द्वारा इस दौरान मां भगवती का आशीर्वाद लिया गया भक्तों के द्वारा मां भगवती के डोले को रस्सों के सहारे खींचकर ऊंचे-नीचे पथरीली व चढ़ाई भरे रास्तों से मां भगवती मंदिर देवीधार तक पहुंचाया गया रथ के पीछे महिलाएं मां के जयकारे लगाते हुए चल रही थी
भक्तों का जोश देखने लायक था मां भगवती के द्वारा अपने वीर बिलवा देव को दूध और चावल की गाल खिलाई गई देवीरथो के द्वारा मां भगवती के मंदिर की परिक्रमा करने के बाद 25 वे देवीधार महोत्सव का शानदार समापन हुआ इसके बाद मंदिर परिसर में विशाल मेंले का आयोजन हुआ जिसमें दूर-दूर क्षेत्र से व्यापारी पहुंचे थे लोगों ने मेले में जमकर खरीदारी की तथा मेले का भरपूर आनंद लिया
वहीं मेले में शांति और सुरक्षा व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोहाघाट थाने के एसएचओ अशोक कुमार के नेतृत्व में पर्याप्त पुलिस बल तैनात् रहा वहीं देवीधर महोत्सव समिति अध्यक्ष जीवन सिंह मेहता ने मेले को शांति पूर्वक संपन्न कराने के लिए सभी सहयोगियों, प्रशासन ,पुलिस व क्षेत्रीय जनता को धन्यवाद दिया वही आइटीबीपी लोहाघाट के द्वारा मेला क्षेत्र में निशुल्क स्वास्थ्य सिविर लगाया गया था हजारों लोग देवी महोत्सव के साक्षी बने












