: लोहाघाट:मातृभूमि के ऋण को चुकाने के लिए युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं एनएसजी कमांडो (सेवानिवृत्त) मनोज सिंह करायत l

मातृभूमि के ऋण को चुकाने के लिए युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण दे रहे हैं एनएसजी कमांडो (सेवानिवृत्त) मनोज सिंह करायत l
युग पुरुष स्वामी विवेकानन्द ने कहा था मैं भारत के युवाओं की नसें इस्पात और मांसपेशियाँ लोहे जैसे बनी देखना चाहता हूँ l स्वामी जी के पग चिन्हों में चलते हुए एनएसजी कमांडो (सेवानिवृत्त) मनोज सिंह करायत बना रहे है लोहाघाट के युवाओं की नसें इस्पात और मांसपेशियाँ लोहे जैसे l एनएसजी कमांडो मनोज ने लोहाघाट के तीन दर्जन से भी ज्यादा युवाओं को अग्निवीर, उत्तराखण्ड पुलिस, होम गार्ड एवं देश के अन्य सुरक्षा बलों में भर्ती के लिए चयन हेतु तैयार किया है l
कमांडो मनोज करायत पिछले 05 सालों से रोज सुबह लोहाघाट के जीआईसी मैदान में अपने अनुभव और ज्ञान से लगभग 50 से ज्यादा युवाओं को देश की आन, बान और शान के तैयार कर रहे है l लोहाघाट महाविद्यालय के डॉ. प्रकाश लखेड़ा को बातचीत में कमांडो मनोज कारायत ने बताया कि अपनी मातृभूमि के ऋण को चुकाने के लिए युवाओं को निःशुल्क प्रशिक्षण देता आ रहा हूँ जिसमें लोहघाट के स्थानीय युवा उत्साह और जोश से कठोर प्रशिक्षण लेते है l
डॉ. प्रकाश लखेड़ा ने बताया लोहाघाट महाविद्यालय में जब अध्यनरत छात्रों के चेहरे पर चमक और उत्साह देखकर उनसे पूछा कि इसका क्या रहस्य है तब उन छात्रों ने बताया कि हम रोज सुबह-सुबह जीईसी मैदान लोहाघाट में कमांडो मनोज करायत जी के द्वारा दिये जाने वाले प्रशिक्षण में प्रतिभाग करते है l कमांडो करायत के द्वारा तैयार किए गए कई युवा भारतीय सेना व अन्य सुरक्षा बलो में अपनी सेवाएं दे रहे हैं




