: लोहाघाट:मां भगवती के वायुरथ के पांच गांव सुई 20 गांव बिसुंग की परिक्रमा के साथ वायुरथ महोत्सव का हुआ समापन

मां भगवती के वायुरथ के पांच गांव सुई 20 गांव बिसुंग की परिक्रमा के साथ वायुरथ महोत्सव का हुआ समापन
लोहाघाट के सुईं विशुंग के प्रसिद्ध वायुरथ महोत्सव मे रक्षाबंधन के दिन बिना रस्सों के सहारे उठे मां भगवती के वायु रथ ने पांच गांव सुईं व बीस गांव विशुंग की परिक्रमा की। श्रद्धालुओं ने देवी रथ के दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इससे पूर्व विधि विधान से सुईं के शिवमंदिर प्रांगण में चार द्योली के आयुधों को पवित्र जल व दूध से स्नान कराया गया। रथ के साथ चल रहे देव डांगरों व देवी के गणों ने आधा दर्जन से अधिक स्थानों में दूध तथा अक्षत की गाल खाई। रथ यात्रा चौबे गांव से शुरू हुई जो पऊ, चनकांडे, डुंगरी होते हुए विशुंग को निकली। कठिन चढ़ाई पार कर वायुरथ बिसुंग क्षेत्र में पहुंचा
रथ के आगे भगवती के बेताल तथा पीछे हजारों की संख्या में जयकारा लगाते हुए हर आयु वर्ग के भक्त चल रहे थे। महिलाएं मंगल गीत गाते हुए वातावरण को भक्तिमय बना रही थीं। कोटालगढ़, द्योलागढ़,विशुंग के टाक, बुरचोरा आदि स्थानों में परंपरानुसार कुछ देर के लिए रथ को विश्राम दिया गया।रथ में सुईं विशुंग के लोगों ने अपने निर्धारित स्थानों से कंधा दिया। रथ में मां भगवती का खाली रथ ले जाया गया वायु रथ का जगह-जगह हजारों लोगों ने फूल अक्षतों से भव्य स्वागत किया । देर शाम रथ को शिव मंदिर सुईं लाया गया। जहां पूजा अर्चना के बाद विसर्जित किया गया। इसी के साथ ही पांच दिनों से चले आ रहे वायुरथ महोत्सव का समापन हो गया।
वायु रथ महोत्सव के सफल संचालन में श्याम दत्त चौबे, पूर्व जिपं सदस्य सचिन जोशी,भुवन चौबे, मदन पुजारी, कैलाश चौबे, पप्पू चौबे, रमेश चौबे,सुनील चौबे, ब्रजेश महरा, डाक्टर महेश ढेक,प्रेम चौबे, योगेश ओली,पप्पु ओली,गौरव पांडेय सहित समस्त ग्रामीणों ने सहयोग किया।


