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रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट क्षेत्र में शादी का सीजन शुरू, देर रात तक डीजे की धुनों से बढ़ी परेशानी*

Laxman Singh Bisht

Sun, Nov 23, 2025

लोहाघाट क्षेत्र में शादी का सीजन शुरू, देर रात तक डीजे की धुनों से बढ़ी परेशानी*

लोहाघाट।क्षेत्र में शादी–विवाह का सीजन शुरू होते ही एक ओर जहां खुशियों का माहौल है, वहीं दूसरी ओर देर रात तक बज रहे डीजे और बढ़ते ध्वनि प्रदूषण ने लोगों की नींद और शांति छीन ली है। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई आयोजक सुप्रीम कोर्ट द्वारा तय ध्वनि सीमा और रात 10 बजे तक के समय नियम की अनदेखी कर रहे हैं। इसके कारण कई बार आधी रात के बाद भी तेज़ गूँज के साथ डीजे बजने की घटनाएँ सामने आ रही हैं।लोगों के अनुसार, यह समस्या बीते कुछ दिनों में और गंभीर हो गई है। गर्भवती महिलाओं, बुज़ुर्गों, हृदय रोगियों और छोटे बच्चों पर इसका सबसे अधिक प्रभाव पड़ रहा है। तेज़ ध्वनि का कंपन और लगातार बजती धुनें न सिर्फ नींद में खलल डालती हैं, बल्कि कई संवेदनशील लोगों के लिए यह स्वास्थ्य संबंधी जोखिम भी पैदा करती हैं। कुछ परिवारों ने बताया कि रात में अचानक बजती तेज़ आवाज़ों से बच्चों की नींद टूट जाती है और वे घबराकर रोने लगते हैं।कई वरिष्ठ नागरिकों ने बताया कि देर रात अचानक होने वाली तेज़ ध्वनि से हृदय की धड़कन बढ़ जाती है, जिससे बेचैनी और थकावट बनी रहती है। वहीं गर्भवती महिलाओं का कहना है कि अनियंत्रित शोर से तनाव बढ़ रहा है, जिसका उनके स्वास्थ्य पर विपरीत प्रभाव पड़ रहा है। क्षेत्र के कुछ हृदय रोगियों ने भी बताया कि डॉक्टरों द्वारा उन्हें तेज़ आवाज़ों से दूर रहने की सलाह दी गई है, लेकिन देर रात तक बजने वाले डीजे के कारण यह संभव नहीं हो पा रहा है।स्थानीय लोगों का कहना है कि उत्सव मनाना हर किसी का अधिकार है, लेकिन खुशी के नाम पर कानून का उल्लंघन और दूसरों की शांति भंग करना उचित नहीं है। क्षेत्रवासियों ने प्रशासन से मांग की है कि डीजे संचालकों के साथ मीटिंग करके उनको चेतावनी दी जायें और ध्वनि प्रदूषण को लेकर सख़्ती बरती जाए और देर रात तक डीजे बजाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाए, ताकि लोगों को राहत मिल सके।निवासियों को उम्मीद है कि जिला प्रशासन इस मुद्दे पर गंभीरता से कदम उठाएगा और शादी सीजन के दौरान भी लोगों की शांति–सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।

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