Saturday 13th of December 2025

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रिपोर्ट:जगदीश जोशी : बाराकोट: सीपीएचसी के तहत आशाओं के दूसरे बैच का प्रशिक्षण शुरू।

Laxman Singh Bisht

Mon, Dec 8, 2025

बाराकोट सीपीएचसी के तहत आशाओं के दूसरे बैच का प्रशिक्षण शुरू।

सीपीएचसी कार्यक्रम के तहत दो बैचों में 52 आशाओं को मिल रही प्रशिक्षित सेवाओं की सीखस्वास्थ्य सेवाओं को सुदृढ़ बनाने की दिशा में प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बाराकोट में आज 8 दिसंबर से कॉम्प्रिहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर (सीपीएचसी) कार्यक्रम के तहत ब्लॉक लेवल इंडक्शन एवं एक्सपैंडेड सर्विसेज प्रशिक्षण वर्कशॉप का दूसरा बैच शुरू हो गया। प्रशिक्षण का उद्देश्य आशा कार्यकर्ताओं को स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों के माध्यम से समुदाय को बेहतर, समयबद्ध और व्यापक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।

(दो बैचों में कुल 52 आशाओं का प्रशिक्षण)

स्वास्थ्य विभाग के अनुसार कुल 52 आशा कार्यकर्ताओं को दो बैचों में प्रशिक्षित किया जा रहा है। प्रत्येक बैच में 26-26 आशाएं शामिल हैं। इसके साथ ही दो आशा फेसिलिटेटर भी प्रशिक्षण का हिस्सा हैं, जो भविष्य में आशाओं का मार्गदर्शन करेंगी।

(दूसरे बैच में पहले दिन सीएचओ और बीसी ने दी ट्रेनिंग)

दूसरे बैच के पहले दिन प्रशिक्षण सत्रों का संचालन सीएचओ किरन नयाल, ज्योत्स्ना शर्मा व बीसी सुनीता जोशीद्वारा किया गया। प्रशिक्षकों ने आशाओं को सीपीएचसी कार्यक्रम के उद्देश्य, स्वास्थ्य एवं कल्याण केंद्रों की कार्यप्रणाली, सामुदायिक जागरूकता, मातृ-शिशु स्वास्थ्य, नियमित सर्वेक्षण, बीमारी की रोकथाम और विस्तारित सेवाओं से संबंधित महत्वपूर्ण बिंदुओं पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया।

(हर दिन दो सीएचओ लेंगी ट्रेनिंग सत्र)

प्रशिक्षण व्यवस्था के अनुसार बाराकोट ब्लॉक की दो सीएचओ प्रतिदिन आशाओं को प्रशिक्षण देंगी। आशाओं को डिजिटल हेल्थ सिस्टम, पोर्टल अपडेट, परिवार नियोजन, टीकाकरण, हाइपरटेंशन व डायबिटीज स्क्रीनिंग, जनसंपर्क तथा समन्वय जैसे विषयों पर भी विस्तृत जानकारी दी जा रही है।

(14 दिनों का प्रशिक्षण कार्यक्रम)

प्रत्येक बैच की प्रशिक्षण अवधि 14 दिनों की रखी गई है। इस दौरान आशाओं को व्यावहारिक एवं सैद्धांतिक दोनों प्रकार की जानकारी दी जा रही है, जिससे वे अपने क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को और अधिक प्रभावी तरीक़े से लागू कर सकें।

(डॉ. मंजीत ने बताया प्रशिक्षण का महत्व)

प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ. मंजीत ने कहा कि सीपीएचसी कार्यक्रम के तहत आशाओं की क्षमता बढ़ाने के लिए यह प्रशिक्षण बेहद आवश्यक है। इस प्रशिक्षण से आशाएं समुदाय स्तर पर स्वास्थ्य जागरूकता बढ़ाने और गुणवत्तापूर्ण सेवाएँ उपलब्ध कराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगी। उन्होंने इसे स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत करने की दिशा में एक बड़ी पहल बताया।

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