Thursday 23rd of October 2025

ब्रेकिंग

लोहाघाट:पति ने पत्नी को होटल में अपने दोस्तों के साथ आपत्तिजनक हालत में पकड़ा हंगामा।

लोहाघाट:मडलक भगवती मंदिर में मचपीपल बगोटी से ढोल नगाड़ों के साथ पहुंचे मां भगवती के डोले। हजारों श्रद्धालुओं ने लि

चमोली :देवखाल मे 600 मीटर गहरी खाई में गिरी कार तीन की मौत कार में लगी आग ।

लोहाघाट से देहरादून जा रही बस सिंनयाड़ी मे खराब ढाई घंटे से फंसे हैं यात्री।

24 अक्टूबर को मुख्यमंत्री धामी अपनी विधानसभा के टनकपुर बनबसा क्षेत्र का करेंगे दौरा।

रिपोर्ट: लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने रचा इतिहास 35 किलो के ट्यूमर का किया सफलतापूर्वक ऑपरेशन।

Laxman Singh Bisht

Wed, Jun 25, 2025

6 साल से पीड़ा झेल रहे मरीज को मिला नया जीवन।एम्स ऋषिकेश के चिकित्सको ने एक 27 वर्षीय युवक के पैर से 35 किलो वजनी विशाल ट्यूमर को सर्जरी से हटाने में कामयाबी हासिल की है। चिकित्सकों के अनुसार इतने बड़े आकार के ट्यूमर की सफल सर्जरी देश में पहली बार हुई है जो एम्स ऋषिकेश के चिकित्सकों ने कर दिखाया ।घातक रूप ले चुके इस कैंसर युक्त बोन टयूमर की सर्जरी की सफलता के पीछे संस्थान के अनुभवी विशेषज्ञ चिकित्सकों का टीमवर्क और रोगी का मजबूत हौसला शामिल है। अपने जीवन की उम्मीद छोड़ चुके उत्तर प्रदेश के संभल जिले के 27 वर्षीय सलमान के चेहरे में फिर से मुस्कान लौट आई है। एम्स ऋषिकेश में हुए इलाज की वजह से इस रोगी को न केवल नया जीवन मिला बल्कि अब उसे शरीर में बढ़ रहे कैंसर ग्रसित ट्यूमर की पीड़ा भी नहीं झेलनी पड़ेगी। सलमान ने बताया उसके बाएं पैर में हैरत अंगेज ढंग से बढ़ रहे ट्यूमर की बीमारी का पता उसे 6 साल पहले लगा था जब एक दिन नहाते हुए पहली बार उसे महसूस हुआ कि उसकी जांघ के आसपास एक छोटी गांठ उभर आई है। समय बढ़ने पर धीरे-धीरे उसे उठने बैठने में परेशानी होने लगी । दवाओं के साथ जांच चलती रही लेकिन मर्ज न रुका।कद्दू के साइज से बड़ा आकार ले चुके इस ट्यूमर की वजह से सलमान न तो बैठ पा रहा था और नही शौच आदि कर पा रहा था। बिस्तर में चल रहे जीवन को देखते हुए किसी ने उसे एम्स ऋषिकेश जाने की सलाह दी ।जहां विभिन्न जांचों के बाद ऑर्थोपेडिक्स विभाग के चिकित्सकों ने उसके बाएं पैर की जांघ पर बने इस 35 किलो वजनी ट्यूमर को सर्जरी के माध्यम से सफलतापूर्वक हटा दिया है। पिछले सप्ताह 9 जून को की गई सर्जरी के बाद सलमान अब वार्ड में स्वास्थ्य लाभ ले रहा है ।जिसे जल्द डिस्चार्ज कर दिया जाएगा ।इस उपलब्धि के लिए संस्थान के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर मीनू सिंह व चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर बी0 सत्या श्री ने डॉक्टरों की टीम को बधाई दी। प्रोफेसर मीनू ने इसे संस्थान की एक बड़ी उपलब्धि बताया और कहा कि अनुभवी चिकित्सकों की वजह से संस्थान असाध्य रोगों का इलाज करने में भी सक्षम है ।एम्स के ऑर्थोपेडिक्स विभाग के सर्जन डॉ मोहित धीगरा ने बताया कि आप अप्रत्याशित आकर और वजन होने के कारण कैंसर ग्रसित ट्यूमर को हटाना बहुत ही मुश्किल कार्य था। ट्यूमर के कैंसर में बदलने और साइज बढ़ने की वजह से उस स्थान पर खून का दौरा और रक्त वाहिनी में भी बदलाव हो गया था । ऐसे में सर्जरी के दौरान जरा सी लापरवाही रोगी की जान ले सकती थी। इसलिए इन चुनौतियों से निपटने के लिए आर्थो के अलावा सीटीबीएस विभाग और प्लास्टिक सर्जरी विभाग के सर्जन को भी टीम में शामिल किया गया और सफलता हासिल की गई।सर्जरी टीम में डॉक्टर मोहित धीगरा ,डॉक्टर अंशुमन दरबारी, डॉक्टर मधुबनी ,डॉक्टर प्रवीण तलवार, डॉ उदित चौहान ,डॉक्टर अविनाश प्रकाश ,डॉ विशाल रेड्डी, डॉक्टर राहुल ,डॉक्टर धवल ,डॉक्टर प्रशांत आदि शामिल रहे।

जरूरी खबरें