रिपोर्ट: साहबराम : Dhaan Growing Tips: धान की बाली दिखते ही करें इस चीज का छिड़काव, दुगनी होगी पैदावार

Editor
Sun, Sep 14, 2025
Dhaan Growing Tips: धान की पैदावार बढ़ाने के लिए आपको आज कुछ जानकारी देने वाले है, जिससे आप एक अच्छी पैदावार ले सकते है। अभी किसान साथी जिन्होंने धान की खेती कर राखी है, उन्हें धान की बाली दिखते बस थोड़ा स काम करना है जिससे आपकी पैदावार बढ़ जाएगी।
जानकारी के मुताबिक, धान की खेती में अच्छी पैदावार के लिए बाली आते ही खाद का छिड़काव बेहद अहम होता है। लेकिन किस खाद का छिड़काव कब और कितनी मात्रा में करें, ये जानना भी उतना ही जरूरी है। Dhaan Growing Tips
मिली जानकारी के अनुसार, खरीफ सीजन के दौरान बड़े पैमाने पर धान की खेती की जाती है। किसान इसे पारंपरिक और आधुनिक दोनों तरीकों से उगाते हैं।
धान के बाली में इस समय खेतों में दूध भरने की अवस्था आ चुकी है। यह फसल के जीवन चक्र का सबसे अहम चरण है। इस दौरान पौधों को अतिरिक्त ताकत और पोषण की जरूरत होती है। Dhaan Growing Tips
मिली जानकारी के अनुसार, कृषि विशेषज्ञ बताते है कि धान की बेहतर उपज के लिए खाद डालना बेहद जरूरी है। समय पर और सही मात्रा में खाद डालने से पैदावार बढ़ती है और किसानों को ज्यादा मुनाफा मिलता है।
जानकारी के मुताबिक, आगे कहा कि दूध भरने की अवस्था में धान को नाइट्रोजन की सबसे ज्यादा आवश्यकता होती है। नाइट्रोजन पौधे की वृद्धि और कल्ले फूटने में मदद करता है। इस समय यूरिया का छिड़काव करने से धान की फसल घनी और मजबूत बनती है, जिससे उत्पादन बढ़ता है। Dhaan Growing Tips
मिली जानकारी के अनुसार, उन्होंने बताया की खेती में पूरे जीवन चक्र के दौरान तीन चरणों में यूरिया का इस्तेमाल करना चाहिए। पहले चरण में रोपाई से पहले खेत में, दूसरा चरण टीलरिंग (30-35 दिन) के दौरान और तीसरा चरण दूध भरने की अवस्था (45-60 दिन) में देना जरूरी है। Dhaan Growing Tips
जानकारी के मुताबिक, प्रति कट्ठा लगभग 3 किलो यूरिया की मात्रा अनुशंसित मानी जाती है। इसमें पहले और दूसरे चरण में 20-30% तथा तीसरे चरण में 40% तक खाद का छिड़काव किया जा सकता है। दूध भरने के समय 30% नाइट्रोजन का प्रयोग पौधों की अधिकतम वृद्धि सुनिश्चित करता है। Dhaan Growing Tips
उन्होंने बताया कि यूरिया का सही मात्रा और सही समय पर इस्तेमाल करना बेहद जरूरी है। ज्यादा या कम यूरिया डालने से फसल को नुकसान भी हो सकता है। अधिक यूरिया से पौधे कमजोर होकर गिर सकते हैं, जबकि कम यूरिया से दाने ठीक से विकसित नहीं होते। Dhaan Growing Tips
मिली जानकारी के अनुसार, सही प्रबंधन और पोषण से धान के पौधे मजबूत बनते हैं और दाने अच्छे विकसित होते हैं। इससे पैदावार में बढ़ोतरी के साथ किसानों की आमदनी भी दोगुनी हो सकती है।