रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : लोहाघाट :देवीधार मंदिर में फिर चोरी सुरक्षा के लिए नहीं लगे सीसीटीवी कैमरे/ पहली चोरी के बाद भी नहीं चेती मंदिर कमेटी

मंदिरों की सुरक्षा के लिए मंदिर कमेटियो को आना होगा आगे लगाने होंगे सीसीटीवी कैमरे पुलिस पर नहीं थोपी जा सकती है सारी जिम्मेदारी।लोहाघाट क्षेत्र में मंदिरों में चोरी की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही है। अज्ञात चोरों ने एक बार फिर से क्षेत्र के प्रसिद्ध देवीधार मंदिर को अपना निशाना बनाया है । डैसली के ग्राम प्रधान प्रशासक सोनू बिष्ट व बाबा बाबूनाथ ने बताया शनिवार की रात को अज्ञात चोरों के द्वारा त्रिशूल से मंदिर का ताला तोड़ा गया तथा मंदिर से 6 घंटियों के अलावा अन्य सामान को चोर उठा ले गए ।चोरी की तहरीर मंदिर कमेटी सचिव प्रकाश राय व ग्राम प्रधान प्रशासक सोनू बिष्ट के द्वारा लोहाघाट थाने में दी गई। तथा पुलिस से चोरों का जल्द से जल्द पता लगाने की मांग की घटना से क्षेत्र में काफी आक्रोश है । ग्राम प्रधान प्रशासक सोनू बिष्ट ने बताया यह मंदिर में चोरी की दूसरी घटना है। इससे पूर्व भी चोर मंदिर से चांदी का छत्र व हनुमान मंदिर से घंटियां चुरा ले गए थे। चांदी का छत्र बाद में जंगल में पड़ा मिला। सोनू बिष्ट ने कहा अब मंदिर की सुरक्षा के लिए सभी ग्रामीणों के सहयोग से सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
लोहाघाट थाने के एसएचओ अशोक कुमार ने बताया मामले में पुलिस ने घटना की जांच शुरू कर दी है। चोरों का पता लगाया जा रहा है ।थानाध्यक्ष ने क्षेत्र की समस्त मंदिर कमेटी व ग्रामीण से मंदिरों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य रूप से लगाने की अपील की है। ताकि मंदिरों में चोरी की घटना में रोक लगे तथा पुलिस को अपराधियों को पकड़ने में मदद मिल पाए। देवीधार मंदिर कलीगांव, रायनगर चौड़ी व डेसली गांव का आस्था का केंद्र होने के साथ-साथ पूरे क्षेत्र की आस्था का केंद्र है। पूर्व में भी देवीधार मंदिर व हनुमान मंदिर से चोरियां हो चुकी है लेकिन उसके बावजूद मंदिर कमेटी के द्वारा मंदिरों की सुरक्षा के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।ना ही मंदिर में सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए गए। लोगों का कहना है लाखों रुपए की लागत से लोग मंदिरों का निर्माण तो करते हैं पर मंदिरों की सुरक्षा के लिए कोई उपाय नहीं करते हैं ।अगर मंदिरों को इन घटनाओं से बचाना है तो उनकी सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने भी अनिवार्य है।
अगर हम अपने मंदिरों की सुरक्षा नहीं कर पा रहे हैं तो आस्था का क्या फायदा। सारी जिम्मेदारी पुलिस पर नहीं थोपी जा सकती है। लोगों ने क्षेत्र की समस्त कमेटियों व ग्रामीणों से अपने-अपने मंदिरों की सुरक्षा के लिए सीसीटीवी कैमरे लगाने की अपील की है। ताकि इन घटनाओं पर लगाम लगे तथा पुलिस को भी घटना का पर्दाफाश करने में मदद मिले।