: बाराकोट:भव्य देवी रथ यात्रा के साथ लड़ी धुरा महोत्सव का हुआ समापन मां के जयकारों से गूंजी लड़ीधूरा की चोटियां। हजारों भक्तों ने लिया मां का आशीर्वाद
भव्य देवी रथ यात्रा के साथ लड़ी धुरा महोत्सव का हुआ समापन मां के जयकारों से गूंजी लड़ीधूरा की चोटियां।
देवीरथों के मंदिर में आगमन के पश्चात आज विगत 6 दिनों से चल रहा लड़ीधूरा महोत्सव का समापन हो गया है,आज प्रातः काल से ही मंदिर में श्रद्धालुओं का तांता लगा हुआ था मंदिर के मुख्य पुजारी तारा दत्त जोशी, शीशराम जोशी द्वारा श्रद्धालुओं को पूजा अर्चना कराई गई लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच के अध्यक्ष नागेंद्र जोशी द्वारा सभी श्रद्धालुओं का मंदिर में स्वागत किया गया तथा आगामी महोत्सव में भी इसी प्रकार के सहयोग की अपेक्षा की गई तथा महोत्सव के सफल संचालन के लिए सभी सहयोगियों व क्षेत्रीय जनता को धन्यवाद दिया
जोशी ने बताया अगले वर्ष महोत्सव को और भी ज्यादा भव्य रूप दिया जाएगा। ग्राम सभा काकड़ से दुर्गम रास्तों से रस्सों के सहारे लड़ीधूरा मंदिर तक आने वाला रथ -2 बजकर 33 मिनट पर मंदिर पहुंचा जिस पर मां महाकाली के रूप में कल्याण सिंह अधिकारी विराजमान थे। बाराकोट से आने वाला रथ 2 बजकर 54 मिनट पर मंदिर पहुंचा जिस पर मां भगवती के रूप में गुड़ी फर्त्याल एवं महाकाली के रूप में प्रताप सिंह विराजमान थे। रथों के मंदिर में पहुंचते ही लड़ीधूरा की चोटियां मां के जयकारों से गूंज उठी देवी रथो के द्वारा मंदिर की परिक्रमा करी गई इस दौरान हजारों भक्तों ने मां भगवती व मां महाकाली का आशीर्वाद लिया
लड़ीधूरा शैक्षिक एवं सांस्कृतिक मंच द्वारा श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए मंदिर में कंट्रोल रूम स्थापित किया गया था पेयजल के लिए पानी के प्याऊ लगाए गए थे। रथो के मंदिर में आगमन के पश्चात लड़ीधूरा महोत्सव का सफल समापन हो गया वही मंदिर प्रांगण में विशाल मेले का आयोजन किया गया जिसमें दूर-दूर क्षेत्र से व्यापारियों ने अपनी दुकानें सजाई हुई थी जिसमें महिलाओं बच्चों ने जमकर मेले का आनंद उठाते हुए खरीदारी करी
है,इस दौरान जगदीश सिंह अधिकारी, कृष्ण सिंह अधिकारी, राजेश सिंह अधिकारी,लोकमान सिंह अधिकारी, दुर्गेश जोशी, रमेश चंद्र जोशी, प्रदीप सिंह ढेक,नंदा बल्लभ बगौली,वसंत लाल वर्मा,रितेश वर्मा, नवीन चंद्र जोशी, कौस्तुभ अधिकारी, शुभम नाथ गोस्वामी, योगेश जोशी,सौरव गोस्वामी, नमन जोशी,प्रकाश सिंह अधिकारी द्वारा सहयोग किया गया।






