रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में बरसों के बाद आईसीयू के खुले दरवाजे मरीजों को मिलने लगा लाभ।

मुख्यमंत्री के निर्देश पर फिजिशियन की तैनाती के बाद आईसीयू संचालन में हुई आसानीलोहाघाट।आखिर कई वर्षों के बाद लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय के आईसीयू के दरवाजे खुल गए हैं। सीएमओ चंपावत डॉक्टर देवेश चौहान के निर्देश पर आईसीयू का लाभ क्षेत्र के गंभीर मरीजों को मिलने लगा है। रविवार को आईसीयू प्रबंधक डॉक्टर रितु राठी व फिजिशियन डॉक्टर राकेश जोशी के द्वारा गंभीर हालत में लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में पहुंचे मरीज को आईसीयू में भर्ती किया। जिस कारण मरीज की जान बच पाई। आईसीयू प्रबंधक डॉक्टर रितु राठी ने बताया मरीज की गंभीर हालत को देखते हुए आईसीयू में भर्ती किया गया है ।
जहा मरीज का उपचार चल रहा है।मरीज की हालत स्थिर है ।डॉ रितु ने बताया अस्पताल में फिजिशियन की तैनाती के बाद आईसीयू का संचालन शुरू किया गया है।गंभीर हालत के मरीजों का उपचार आईसीयू में किया जाएगा। वही बरसों के बाद आईसीयू के संचालित होने से क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलते नजर आ रही है। जिसके लिए मरीज के परिजनों व लोगों ने स्वास्थ्य विभाग को धन्यवाद दिया। वर्तमान में लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय की पटरी से उतर चुकी स्वास्थ्य व्यवस्था मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर सीएमओ डॉक्टर देवेश चौहान के प्रयासों से फिर से पटरी में लौटने लगी है। मालूम हो पूर्व में आईसीयू संचालित करने की कई बार कोशिश की गई थी पर फिजिशियन न होने के कारण कोशिश कामयाब नहीं हो पाई थी। और आईसीयू सफेद हाथी बन कर रह गया था।