: चंपावत:आयुष्मान कार्ड जमा करने के बाद रोगी से मांगे गए पन्द्रह हजार रुपए निजी अस्पताल पर लगा आरोप। पीड़ित ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से करी शिकायत

आयुष्मान कार्ड जमा करने के बाद रोगी से मांगे गए पन्द्रह हजार रुपए निजी अस्पताल पर लगा आरोप। पीड़ित ने मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री से करी शिकायत
चंपावत मे केंद्र सरकार द्वारा लोगों को आयुष्मान कार्ड के जरिए पांच लाख रुपए तक मुफ्त इलाज की सुविधा दिए जाने के दावे को किस प्रकार पलीता लगाकर प्रधानमंत्री की जनकल्याणकारी योजना का मजाक उड़ाया जा रहा है इसका उदाहरण चंपावत के एक निजी चिकित्सालय में देखने को मिला है। खेतीखान के सुरेश चंद्र डूंगरिया ने आरोप लगाया कि वह शुक्रवार को अपने पुत्रवधू बबीता पत्नी राकेश चंद्र को गुर्दे की पथरी के उपचार के लिए चंपावत के जीवन अनमोल चिकित्सालय में गए, जहां आयुष्मान कार्ड जमा करने के बाद अस्पताल संचालक द्वारा पन्द्रह हजार रूपए की अतिरिक्त मांग की गई। मैं यह सोचकर उक्त अस्पताल गया था कि आयुष्मान कार्ड के द्वारा मेरी पुत्रवधु का मुफ्त उपचार हो जाएगा। मेरे यह कहने पर की आयुष्मान कार्ड जमा करने के बाद रुपए लेने का क्या तुक है ? यदि रुपए ही लेने हैं तो उनका आयुष्मान कार्ड वापस कर दिया जाए। इस पर अस्पताल प्रबंधन ने ऐसा नहीं हो सकता है कह कर बात समाप्त कर दी।
उन्होंने बताया मैं बगैर उपचार के अपनी पुत्रवधू को वापस अपने घर ले आया तथा इस संबंध में मैंने फोन द्वारा सीएमओ डॉ के के अग्रवाल को जानकारी दी उन्होंने तत्काल कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है वहीं सीएमओ डॉक्टर के के अग्रवाल ने बताया उन्हें लिखित में अभी कोई शिकायत नहीं मिली है लिखित में शिकायत मिलने पर मामले की जांच पड़ताल करी जाएगी। वही डूंगरिया इस बात से काफी आहत है कि जिस आयुष्मान योजना का स्वयं प्रधानमंत्री प्रचार कर रहे हैं उसका खुलेआम निजी चिकित्सालय किस प्रकार मजाक उड़ा रहे हैं। उन्होंने इस घटना की जानकारी मुख्यमंत्री व स्वास्थ्य मंत्री को भी दी है। अब मामला क्या है इसका खुलासा जांच के बाद हो सकेगा

