: लोहाघाट:रेडियोलॉजिस्ट के छुट्टी में जाने से लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय के अल्ट्रासाउंड रूम में लटके /ताले मरीज परेशान हफ्ते में तीन दिन मिलती है सेवा/ स्वास्थ्य विभाग बना मूक दर्शक /लोहाघाट अस्पताल में लागू है अनोखा नियम

रेडियोलॉजिस्ट के छुट्टी में जाने से लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय के अल्ट्रासाउंड रूम में लटके ताले मरीज परेशान हफ्ते में तीन दिन मिलती है सेवा स्वास्थ्य विभाग बना मूक दर्शक लोहाघाट अस्पताल में लागू है अनोखा नियम
लोहाघाट की रेडियोलॉजिस्ट सोनाली मल्होत्रा के अवकाश में जाने से आज शुक्रवार से चिकित्सालय के अल्ट्रासाउंड कक्ष में ताले लटक गए हैं जिस कारण दूर-दूर क्षेत्र से अल्ट्रासाउंड कराने आई गर्भवती महिलाएं व मरीज अल्ट्रासाउंड के लिए भटकते हुए नजर आए चिकित्सालय के प्रभारी चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर मंजीत सिंह ने बताया चिकित्सालय की रेडियोलॉजिस्ट 27 दिसंबर से 31 दिसंबर तक अवकाश में चली गई है जिस कारण चिकित्सालय की अल्ट्रासाउंड सेवा बंद हो गई है वही अल्ट्रासाउंड कराने आई गर्भवती महिलाओं व आशा कार्यकृतियों ने कहा वह दूर-दूर क्षेत्र से अल्ट्रासाउंड कराने आई हैं लेकिन अस्पताल में रेडियोलॉजिस्ट के छुट्टी में जाने से उन्हें बैरंग वापस लौटना पड़ रहा है
विभाग के द्वारा इस बात की सूचना भी नहीं दी गई उन्होंने कहा वैसे भी अस्पताल में हफ्ते में मात्र तीन दिन ही अल्ट्रासाउंड किए जाते हैं पर स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी मूकदर्शक बने हुए बैठे हैं उन्हें मरीजों व जनता की समस्या से कोई लेना-देना नहीं है जबकि अस्पताल में स्थाई रेडियोलॉजिस्ट तैनात है उन्होंने कहा यह अनोखा नियम सिर्फ लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में लागू है जहां पिछले एक वर्ष से डॉक्टर पूरे महीने की तनख्वाह लेकर भी महीने में सिर्फ 15 दिन अपनी सेवा दे रही हैं उन्होंने इसे जनता के धन का दुरुपयोग बताया उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग रेडियोलॉजिस्ट की व्यवस्था कर अल्ट्रासाउंड सेवा सुचारु करें वही स्थानीय लोगों में भी इस लापरवाही के लिए काफी आक्रोश है जल्द एक जन आंदोलन स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के खिलाफ देखने को मिल सकता है वहीं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है रेडियोलॉजिस्ट अस्वस्थ है जिस कारण वे हफ्ते में मात्र तीन दिन ही अल्ट्रासाउंड कर पाती है अधिकारियों को यह नजर नहीं आता है की जनता कितनी परेशान है जनता कई बार हफ्ते मे पूरे दिन अल्ट्रासाउंड करने की मांग कर चुकी है पर अधिकारी है कि सुनने का नाम तक नहीं लेते हैं

