: लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य व्यवस्था न सुधरने पर अनुसूचित मोर्चा जिलाध्यक्ष विपिन गोरखा ने दी अनिश्चितकालीन धरने में बैठने की चेतावनी
लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय की स्वास्थ्य व्यवस्था न सुधरने पर अनुसूचित मोर्चा जिला अध्यक्ष ने दी अनिश्चितकालीन धरने में बैठने की चेतावनी
उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट की लगातार बिगड़ती स्वास्थ्य व्यवस्थाओं व विशेषज्ञ डॉक्टरों की कमी को देखते हुए लोहाघाट क्षेत्र के प्रमुख सामाजिक कार्यकर्ता व अनुसूचित मोर्चा जिलाध्यक्ष विपिन गोरखा ने अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था में जल्द सुधार लाने व विशेषज्ञ डॉक्टर की कमी को पूरा करने की मांग शासन प्रशासन से करी है साथ ही गोरखा ने चेतावनी देते हुए कहा अगर अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था में सुधार नहीं किया गया तो वे नए वर्ष से उप जिला चिकित्सालय लोहाघाट में तंबू गाडकर अनिश्चितकालीन धरने में बैठ जाएंगे गोरखा ने कहा आज लोहाघाट उप जिला चिकित्सालय में सुविधाओं का घोर अभाव है स्त्री रोग विशेषज्ञ ,हड्डी रोग विशेषज्ञ, बाल रोग विशेषज्ञ, सर्जन सहित कई डॉक्टरों के महत्वपूर्ण पद खाली चल रहे हैं उन्होंने कहा स्वास्थ्य विभाग ने लोहाघाट अस्पताल को उप जिला चिकित्सालय कागजों में घोषित कर दिया है तथा ट्रामा सेंटर भी बनाया गया है पर डॉक्टर की कमी और सुविधाओं के अभाव से अस्पताल लोगों के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव में कई लोग अपनी जान तक गवा चुके हैं तथा अपने इलाज के लिए लोगों को बाहर के अस्पतालों के चक्कर काटने पड़ रहे हैं पर कई बार शासन प्रशासन से मांग करने के बावजूद लोहाघाट क्षेत्र की स्वास्थ्य व्यवस्था पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है उन्होंने कहा लोहाघाट विधानसभा क्षेत्र की तीन ब्लाकों की जनता लोहाघाट अस्पताल के भरोसे है
पर उन्हें यहां प्राथमिक उपचार के अलावा कुछ नहीं मिलता है हफ्ते में मात्र 3 दिन ही लोगों को अल्ट्रासाउंड की सुविधा मिल पा रही है मालूम हो गोरखा एक बार पूर्व में भी स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को लेकर अस्पताल में 11 दिन तक धरना दे चुके हैं जिसके बाद अस्पताल मे डॉक्टरो की नियुक्ती करी गई तथा व्यवस्था में सुधार हुआ लेकिन अब अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाएं पूरी तरह से पटरी से उतर चुकी है जनता परेशान है पर सुध कोई नहीं ले रहा है शासन प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने हाथ खड़े कर दिए हैं गोरखा ने कहा वह जल्द डीएम चंपावत से समस्या के समाधान की मांग करेंगे अगर मांगे नहीं मानी गई तो वह नए वर्ष से अस्पताल में अनिश्चितकालीन धरने में बैठ जाएंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी मालूम है लोहाघाट अस्पताल की बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्थाओं के कारण परेशान क्षेत्र के मरीज अपने इलाज के लिए दूर-दूर शहरों के अस्पतालों में भटकते हुए नजर आते हैं

