: मांगे पूरी ना होने पर असम राइफल्स के पूर्व सैनिक 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सिखाएंगे सबक
असम राइफल्स पूर्व सैनिक कल्याण संगठन के राष्ट्रीय महासचिव ने कहा केंद्र सरकार उनकी मांगें नहीं मानती है तो 2024 लोकसभा चुनाव में मोदी सरकार को सबक सिखाया जाएगा
लोहाघाट पहुंचे अखिल भारतीय असम राइफल्स पूर्व सैनिक कल्याण संगठन के महासचिव तुलसी नायर ने असम राइफल्स के पूर्व सैनिकों के साथ बैठक करी असम राइफल्स पूर्व सैनिक संगठन के पूर्व जिला अध्यक्ष गंगादत्त चौबे की अध्यक्षता और राजेश चौबे के संचालन में हुई बैठक में पूर्व सैनिकों ने नायर के सामने अपनी समस्याओं को रखा असम राइफल्स के पूर्व सैनिकों ने एक स्वर में असम राइफल्स को ड्यूल कंट्रोल से हटाने व इंडियन आर्मी की तरह सुविधाएं देने की मांग करते हुए इंडियन आर्मी के कंट्रोल में रखने की मांग करी वही
महासचिव नायर ने कहा असम राइफल्स 188 साल पुरानी फोर्स है और इंडियन आर्मी की तरह कार्य करती है असम राइफल्स के जवानों ने देश के लिए अपनी शहादत दी है इसके बावजूद भी सरकार असम राइफल्स के जवानों को इंडियन आर्मी की तरह सुविधाएं नहीं देती है उन्होंंने कहा संगठन कई बार केंद्र सरकार से बा मांगे पूूरी करने की मांग कर चुके हैं लेकिन सरकार की ओर से मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है
नायर ने केंद्र सरकार को चेतावनी देते हुए कहा अगर केंद्र सरकार जल्द असम राइफल्स से ड्यूल कंट्रोल हटाकर इंडियन आर्मी के कंट्रोल में नहीं लाती है तथा इंडियन आर्मी की तरह असम राइफल्स के जवानों को सुविधा नहीं देती है तो 2024 लोकसभा चुनाव में सभी असम राइफल्स के जवान पूर्व सैनिक ,वीर नारियां व उनके परिजन जिनकी संख्या लगभग एक करोड़ है
सभी मिलकर मोदी सरकार को सबक सिखाएंगे तथा बोट पर चोट करेंगे नायर ने कहा इस अभियान के लिए संगठन अभी से जुट गया है असम राइफल्स के जवानों की मेहनत वह बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने दिया जाएगा वे सैनिक हैं और अपना हक लड़ कर लेंगे इस मौके पर संगठन के जिला अध्यक्ष प्रेम चौबे ,विक्रम सिंह ,नवीन पाटनी ,दीप सिंह, शंकर दत्त, नारायण सिंह, सुरेंद्र सिंह बाजवा त्रिलोक सिंह सहित असम राइफल्स के कई पूर्व सैनिक मौजूद रहे



