Haryana:
हरियाणा से बड़ी खबर सामने आ रही है। हरियाणा में इन घरों-दुकानों पर बुलडोजर चलने वाला है। आइए जानते है इसकी वजह क्या है और सरकार ने क्या नया प्लान तैयार किया है। जानकारी के मुताबिक, OLD गुरुग्राम मेट्रो (Metro) रूट के निर्माण में आ रहे कच्चे और पक्के मकानों और दुकानों को तोड़ने की तैयारी की जा रही है।
मिली जानकारी के अनुसार, इसको लेकर हरियाणा के मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी की अध्यक्षता में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के तहत बैठक हुई। इसमें मेट्रो (Metro) निर्माण में आ रही अड़चनों को लेकर विस्तृत चर्चा हुई। OLD Gurugram Metro
जानकारी के मुताबिक, गुरुग्राम मेट्रो (Metro) रेल लिमिटेड (GMRL) ने इस बैठक में रिपोर्ट प्रस्तुत की कि मेट्रो (Metro) के निर्माण में कच्चे और पक्के 152 भवन और दुकान आ रहे हैं। इनमें से 14 मकान, दुकान और प्लॉट के नाम पर रजिस्ट्री है। 138 लोगों के पास रजिस्ट्री नहीं है। मिली जानकारी के अनुसार, इनमें कुछ मकान और दुकान बने हैं। कुछ जमीन ऐसी है, जिस पर नगर निगम ने स्ट्रीट वेंडर को लाइसेंस जारी किए हुए हैं। इसके अलावा 52 लोकेशन पर मेट्रो (Metro) निर्माण के लिए सरकारी जमीन की आवश्यकता है। OLD Gurugram Metro
मिली जानकारी के अनुसार, निर्माण के रास्ते में एक ट्रस्ट, एक धार्मिक स्थल बीच में आ रहा है। बैठक में कहा कि सेक्टर-चार और सेक्टर-नौ में HSVP की तरफ से आवंटित तीन मकान भी आ रहे हैं। इन मकान मालिकों से बातचीत हो चुकी है, मुआवजा कैसे दिया जाए, यह तय नहीं हुआ है। जानकारी के मुताबिक, ऐसे में फैसला हुआ है कि मेट्रो (Metro) निर्माण के रास्ते में आ रहे भवनों के अधिग्रहण के लिए GMRL की तरफ से एक पॉलिसी बनाई जाए। इसके आधार पर मुआवजा वितरित किया जाए। OLD Gurugram Metro
जानकारी के मुताबिक, इन मकानों के अलावा एक मकान, छह दुकान, एक कार्यालय, एक निर्माणाधीन मकान और दो चारदीवारी के पास रजिस्ट्री दस्तावेज हैं। बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव अपूर्व कुमार सिंह, GMDA के मुख्य कार्यकारी अधिकारी श्यामल मिश्रा, HSVP के मुख्य प्रशासक और GMRL के प्रबंध निदेशक डॉ. चंद्रशेखर खरे, नगर निगम के आयुक्त प्रदीप दहिया, HSVP प्रशासक वैशाली सिंह आदि मौजूद रहीं। OLD Gurugram Metro
विवाद नहीं सुलझा
मिली जानकारी के अनुसार, दिल्ली-जयपुर हाइवे पर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (NCRTC) ने रैपिड मेट्रो (Metro) स्टेशन के सामने हाईवे के दूसरी तरफ हरित क्षेत्र में नमो भारत स्टेशन प्रस्तावित किया है। इसका विरोध HSIIDC ने किया है। तर्क दिया है कि रैपिड मेट्रो (Metro), नमो भारत ट्रेन और OLD गुरुग्राम का मेट्रो (Metro) स्टेशन शंकर चौक पर बनने के बाद जाम की स्थिति रहेगी। जानकारी के मुताबिक, NCRTC को दूसरी जगह स्टेशन के स्थानांतरण की संभावनाएं तलाशनी थी। वहीं, HSIIDC ने HIL की जमीन को नमो भारत स्टेशन के निर्माण के लिए उपयुक्त बताया है। OLD Gurugram Metro
अड़चनों की समीक्षा
जानकारी के मुताबिक, इस बैठक में हीरो होंडा चौक से लेकर उमंग भारद्वाज चौक तक मेट्रो (Metro) निर्माण में आ रही अड़चनों को लेकर चर्चा हुई। 2.3 KM लंबी इस रोड पर बिजली घर, हाईटेंशन टावर, सीएनजी स्टेशन, हिमगिरी ट्रस्ट, बीकानेर स्वीट्स और सरस्वती एन्क्लेव कॉलोनी कुछ मकान आ रहे हैं। मिली जानकारी के अनुसार, बिजली घर ओर हाईटेंशन टावर के स्थानांतरण NHAI ने करवाना है। नया सीएनजी स्टेशन बनकर तैयार हो चुका है, लेकिन अभी तक इसका स्थानांतरण नहीं हुआ है। हिमगिरी ट्रस्ट ने मेट्रो (Metro) निर्माण के लिए पिलर गाड़ने की मंजूरी GMRL को दे दी है। OLD Gurugram Metro
हटाने के आदेश
मिली जानकारी के अनुसार, बसई रोड पर सेक्टर-10ए में प्रस्तावित ऑटो मार्केट की करीब 25 एकड़ जमीन पर मलबे के ढेर लगे हुए हैं। इस जमीन का चयन GMRL ने कास्टिंग यार्ड बनाने के लिए किया है। मुख्य सचिव ने नगर निगम के आयुक्त प्रदीप दहिया को आदेश जारी किए कि 31 अक्तूबर तक इस जमीन से मलबा हटा दिया जाएगा। जानकारी के मुताबिक, बता दें कि मलबे की वजह से स्थानीय लोगों को भी परेशानी हो रही है। हवा तेज चलने पर आसपास धूल उड़ रही है। इससे वातावरण भी प्रदूषित हो रहा है। अब इस मलबे को 31 अक्तूबर तक हटाने के आदेश जारी हुए हैं। OLD Gurugram Metro
13 स्टेशन प्रस्तावित
जानकारी के मुताबिक, OLD गुरुग्राम मेट्रो (Metro) के दूसरे चरण में 13 स्टेशन प्रस्तावित हैं। इसमें सेक्टर-सात, चार, पांच, अशोक विहार, सेक्टर-तीन, बजघेड़ा रोड, पालम विहार एक्सटेंशन, पालम विहार, सेक्टर-23ए, सेक्टर-22, उद्योग विहार फेज-चार, पांच, साइबर सिटी शामिल हैं। OLD Gurugram Metro
मिली जानकारी के अनुसार, पहले चरण में 14 स्टेशन बनने हैं, जिसमें मिलेनियम सिटी सेंटर से लेकर हीरो होंडा चौक और उमंग भारद्वाज चौक होते हुए सेक्टर-9 तक शामिल हैं।