: चंपावत जिले में एक भी खेल स्टेडियम न होने से नहीं हो पाई राष्ट्रीय खेलों की खेल प्रतियोगिताएं/ खेल प्रेमीयो में निराशा 10 साल में भी नहीं बन पाया लोहाघाट स्टेडियम/ ना भ्रष्टाचार की हुई जांच

चंपावत जिले में एक भी खेल स्टेडियम न होने से नहीं हो पाई राष्ट्रीय खेलों की खेल प्रतियोगिताएं खेल प्रेमीयो में निराशा 10 साल में भी नहीं बन पाया लोहाघाट स्टेडियम ना भ्रष्टाचारियों पर हुई कार्यवाही
एक और जहां उत्तराखंड में सरकार के द्वारा 38 वे राष्ट्रीय खेलों का शानदार आयोजन प्रदेश के विभिन्न शहरों में किया जा रहा है वही चंपावत जिले का दुर्भाग्य कहें या सरकारों की उदासीनता चंपावत जिले में एक भी खेल स्टेडियम ना होने से खेलों के इस महाकुंभ की एक भी खेल प्रतियोगिता का आयोजन चंपावत जिले में नहीं हो पाया जिस कारण चंपावत जिले के खिलाड़ियों व खेल प्रेमियों में काफी निराशा देखने को मिल रही है जिले के खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों ने कहा चंपावत जिले के टनकपुर में एक मात्र स्टेडियम बनाया गया है पर स्टेडियम में सुविधा न होने से वह राष्ट्रीय खेलों की प्रतियोगिताएं कराने लायक नहीं है यह सिर्फ खिलाड़ियों के अभ्यास के काम आता है बनबसा मिनी स्टेडियम के भी हाल बुरे हैं उसके अलावा चंपावत गौरल चौड़ मैदान में राजनीतिक ,व्यापारिक व अन्य कार्यक्रमों का आयोजन करने से इस शानदार मैदान की दशा बिगाड़ कर रख दी गई है खेल प्रेमियों ने कहा 9 जून 2015 को लोहाघाट के छमनिया में तत्कालीन खेल मंत्री दिनेश अग्रवाल ने स्पोर्ट्स स्टेडियम का शिलान्यास किया था तब खिलाड़ियों में स्टेडियम निर्माण को लेकर काफी खुशी थी लेकिन आज 10 साल बीत जाने के बावजूद स्टेडियम का कार्य पूरा नहीं हो पाया है खेल प्रेमियों ने कहा शुरू से ही स्टेडियम भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ते गया क्षेत्र के ही कई संभ्रांत लोगों ने ईसे कामधेनु मानकर इसका खूब दोहन किया पर राजनेतिक दबाव के चलते आज तक न तो स्टेडियम में हुए लाखों रुपए के भ्रष्टाचार की जांच हुई और ना ही भ्रष्टाचारियो पर कोई कार्यवाही अगर समय पर लोहाघाट स्टेडियम बन चुका होता तो आज यहां भी राष्ट्रीय खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित होती उन्होंने कहा 38 वे राष्ट्रीय खेलों में चंपावत जिले में सिर्फ राफ्टिंग की डेमो प्रतियोगिता का आयोजन किया गया है खेल प्रेमीयो ने कहा राज्य बनने के बाद पहली बार उत्तराखंड में राष्ट्रीय खेलों का आयोजन किया गया लेकिन उन्हें काफी दुख है कि चंपावत जिले में खेल स्टेडियम ना होने से एक भी खेल प्रतियोगिता नहीं हो पाई जबकि पड़ोसी जिलो में राष्ट्रीय खेलों की प्रतियोगिताएं आयोजित हुई
खेल प्रेमियों व खिलाड़ियों ने कहा लेकिन अब प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने स्पोर्ट्स स्टेडियम छमनिया स्टेडियम के लिए धनराशि जारी की है जिससे स्टेडियम में सिंथेटिक ट्रैक बिछाने का कार्य किया जा रहा है जो कि जल्द पूर्ण होगा लेकिन अभी काफी कार्य बचा हुआ है साथ ही प्रदेश की महिला खिलाड़ियों को भी बड़ा तोहफा देते हुए मुख्यमंत्री ने लोहाघाट मे महिला स्पोर्ट्स कॉलेज निर्माण की प्रक्रिया भी शुरू की है जिसमें लगभग 500 नाली भूमि खेल विभाग को हस्तांतरित कर दी गई है लोगों ने कहा जल्द ही जिले के खिलाड़ियों के दिन सुधरेंगे तथा भविष्य में होने वाले राष्ट्रीय खेलों के खेल चंपावत जिले में भी आयोजित होंगे वही खेल प्रेमियों ने एक बार फिर छमनिया स्टेडियम घोटाले की जांच करने तथा दोषियों पर कार्रवाई करने तथा जिले मे खेल सुविधाए बढ़ाने की मांग मुख्यमंत्री से की है

