: चंपावत:किसानों के लिए प्रेरणास्रोत हैं भिंगराड़ा के भुवन भट्ट जैविक खेती से करते हैं फसलों का उत्पादन

किसानों के लिए प्रेरणास्रोत हैं भिंगराड़ा के भुवन भट्ट जैविक खेती से करते हैं फसलों का उत्पादन
जुनून और शिद्दत से काम करने वाला साधारण व्यक्ति कठिन से कठिन काम को भी सरलता से कर सकता है। भिंगराड़ा मटकीना गांव का एक साधारण किसान भुवन भट्ट जो कृषि क्षेत्र में अच्छी पैदावार कर रहे हैं, आज दूसरे किसानों के लिए प्रेरणास्रोत बन चुके है। सफलता की यह कहानी है पाटी ब्लाक के मटकीना भिंगराड़ा के एक छोटे से गांव के भुवन भट्ट की है। छोटे छोटे खेतो बिना संसाधनों के खेती करते हैं छोटे छोटे खेतों में मौसमी सब्जियों की अच्छी पैदावार कर रहे हैं ।भुवन भट्ट के खेतों में शीतकालीन सब्जियों में मेथी,पालग,राई, लहसुन,प्याज, धनियां आदि की फसल लहलहा रही हैं।क्षेत्र में रोजगार न मिलने पर किसानी में लगाया मन काम न मिलने पर किसानी को ही व्यवसाय बनाने ठान ली। वर्ष 2023 से टमाटर की खेती से शुरुआत की तो भुवन भट्ट को पिछले वर्ष डेढ से दो लाख रुपए की आमदनी होने से भुवन भट्ट का हौसला बढ़ा अब वह हर मौसम में सब्जियों की अच्छी पैदावार कर रहे हैं। जिससे यह सब्जियां पूर्ण रूप से जैविक होने से उनकी सब्जियों का बाजार में अच्छे दाम मिल रहे हैं शीतकालीन मौसम में भी वह पालग,राई, धनियां आदि की अच्छी पैदावार कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
उद्यान विभाग भिंगराड़ा ़केन्द्र से जुडऩे के बाद परिवर्तन शुरू हुआ। तकनीकी के साथ आधुनिक संसाधनों व वैज्ञानिक खेती से कृषि में लाभ मिल रहा है। उद्यान प्रभारी मोहन सिंह बिष्ट के संपर्क में आकर भुवन भट्ट की दशा और दिशा दोनों बदल गए। देखते-देखते भिंगराड़ा क्षेत्र के प्रगतिशील किसान बन गए।कृत्रिम यंत्रों एवं गोबर की खाद का प्रयोग करते आ रहे हैं भुवन भट्ट कहते हैं कि जैसे मोबाइल को समय-समय पर अपडेट करने से वह बेहतर काम करता है। ठीक वैसे ही किसान को समय के साथ खुद को अपडेट रखना चाहिए।भिंगराड़ा मटकीना निवासी भुवन भट्ट कई बार टमाटर उत्पादन में लधियाघाटी क्षेत्र में स्थान कर रहे हैं। भुवन भट्ट का कहना है कि हमारे गांव में कृषि एवं मौसमी सब्जियों के उत्पादन को लेकर उद्यान विभाग द्वारा समय-समय पर विभिन्न प्रकार की कीटाणुनाशक दवाओं का उपयोग कराया जाता है जिससे फसल खराब न हो साथ ही भुवन भट्ट ने बताया की उद्यान विभाग के अलावा और कोई सरकारी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई जा रही है।

