: चंपावत:शीतकालीन अवकाश का मानदेय न मिलने से भड़के अतिथि शिक्षक आंदोलन की दी चेतावनी
शीतकालीन अवकाश का मानदेय न मिलने से भड़के अतिथि शिक्षक आंदोलन की दी चेतावनी
चंपावत जिले के अतिथि शिक्षक शीतकालीन अवकाश का मानदेय न मिलने पर भड़क गए हैं अतिथि शिक्षकों ने कहा जब शिक्षकों की कमी हो तो सरकार व विभाग को अतिथि शिक्षक याद आते हैं अगर शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश पर मानदेय की बात आती है तो बहाने बनाए जाते हैं और 2015 से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की बारी आती है तो अनेक तर्क रखे जाते हैं अतिथि शिक्षकों ने नाराजगी जताते हुए का पिछले कई वर्षों से अतिथि शिक्षकों को अपने मानदेय के लिए तरसना पड़ता है अतिथि शिक्षक मनीष भट्ट सहित कई अतिथि शिक्षकों ने कहा विभाग ने अतिथि शिक्षकों के सुरक्षित भविष्य के बारे में सोचना चाहिए था लेकिन सुरक्षित भविष्य की बात तो दूर आज अतिथि शिक्षकों को अपने मानदेय के लिए भटकना पड़ रहा है विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है जिस कारण जिले के समस्त अतिथि शिक्षकों में काफी आक्रोश है उन्होंने कहा अगर अतिथि शिक्षकों को दीर्घकालीन अवकाश का वेतन नहीं मिलता है तो अतिथि शिक्षक शिक्षण कार्य छोड़कर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगीउन्होंने कहा अतिथि शिक्षक शिक्षण कार्य को पूरी जिम्मेदारी से करते है
चंपावत जिले के अतिथि शिक्षक शीतकालीन अवकाश का मानदेय न मिलने पर भड़क गए हैं अतिथि शिक्षकों ने कहा जब शिक्षकों की कमी हो तो सरकार व विभाग को अतिथि शिक्षक याद आते हैं अगर शीतकालीन व ग्रीष्मकालीन अवकाश पर मानदेय की बात आती है तो बहाने बनाए जाते हैं और 2015 से कार्यरत अतिथि शिक्षकों को नियमित करने की बारी आती है तो अनेक तर्क रखे जाते हैं अतिथि शिक्षकों ने नाराजगी जताते हुए का पिछले कई वर्षों से अतिथि शिक्षकों को अपने मानदेय के लिए तरसना पड़ता है अतिथि शिक्षक मनीष भट्ट सहित कई अतिथि शिक्षकों ने कहा विभाग ने अतिथि शिक्षकों के सुरक्षित भविष्य के बारे में सोचना चाहिए था लेकिन सुरक्षित भविष्य की बात तो दूर आज अतिथि शिक्षकों को अपने मानदेय के लिए भटकना पड़ रहा है विभाग द्वारा अतिथि शिक्षकों का शोषण किया जा रहा है जिस कारण जिले के समस्त अतिथि शिक्षकों में काफी आक्रोश है उन्होंने कहा अगर अतिथि शिक्षकों को दीर्घकालीन अवकाश का वेतन नहीं मिलता है तो अतिथि शिक्षक शिक्षण कार्य छोड़कर आंदोलन के लिए बाध्य होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शिक्षा विभाग की होगीउन्होंने कहा अतिथि शिक्षक शिक्षण कार्य को पूरी जिम्मेदारी से करते है