रिपोर्ट :जगदीश जोशी : बाराकोट:अटल उत्कृष्ट जीआईसी चौमेल में 'विज्ञान की धूम': नवाचार से जगाई नई उम्मीदें
अटल उत्कृष्ट जीआईसी चौमेल में 'विज्ञान की धूम': नवाचार से जगाई नई उम्मीदें

चंपावत जिले के बाराकोट ब्लॉक के अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज (जीआईसी) चौमेल में अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन (AIF) के सहयोग से आयोजित भव्य विज्ञान प्रदर्शनी छात्रों के लिए प्रेरणा का एक नया केंद्र बनी। इस प्रेरणादायक आयोजन ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि छोटे शहरों के युवा भी वैज्ञानिक सोच और नवाचार में किसी से पीछे नहीं हैं।
(सामाजिक कार्यकर्ता मनोज सिंह बिष्ट ने बढ़ाया गौरव)
इस विशेष आयोजन में, सामाजिक कार्यकर्ता मनोज सिंह बिष्ट उपस्थित रहे। अध्यक्ष की यह पहल युवाओं को प्रोत्साहन देने की उनकी दूरगामी सोच को दर्शाती है।मुख्य अतिथि मनोज सिंह बिष्ट ने छात्रों द्वारा प्रदर्शित अत्याधुनिक मॉडलों का गहन अवलोकन किया और उनके वैज्ञानिक प्रयासों की विशेष रूप से सराहना की, जिससे छात्रों का मनोबल कई गुना बढ़ गया। उनके चयन पर अध्यक्ष जी को निःसंदेह गर्व महसूस होगा।प्रदर्शनी का औपचारिक शुभारंभ जीआईसी चौमेल के प्रधानाचार्य राजेश चंद्र जोशी के आशीर्वचनों से हुआ, जिन्होंने छात्रों को ज्ञान और नवाचार के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित किया।
(नन्हे वैज्ञानिकों का शानदार प्रदर्शन और सम्मान)
प्रदर्शनी में छात्रों ने ऊर्जा संरक्षण, पर्यावरण सुरक्षा और तकनीकी नवाचार पर आधारित एक से बढ़कर एक मॉडल प्रदर्शित किए। प्रथम स्थान का कीर्तिमान मयंक सिंह महर ने स्थापित किया। द्वितीय स्थान पर संयुक्त रूप से आयुष बिष्ट और मनीष बिष्ट रहे। तृतीय स्थान की उपलब्धि आरुष बिष्ट और कमल के नाम रही।इन मेधावी छात्रों को सम्मानित किया गया, जिससे उनके आत्मविश्वास को नई दिशा मिली।
(प्रेरणा का स्रोत बना आयोजन)
प्रधानाचार्य जोशी ने इस अवसर पर कहा, "यह प्रदर्शनी केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि हमारे छात्रों में छिपी वैज्ञानिक जिज्ञासा को बाहर निकालने का माध्यम है। मुख्य अतिथि मनोज सिंह बिष्ट ने इस आयोजन को एक नई गरिमा प्रदान की है।"इस कार्यक्रम में अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन के विद्यालय सुगमकर्ता ललित कुमार, रिमेडियल ट्यूटर ज्योति महर, मनोज सिंह बिष्ट जी, प्रकाश गड़सारी , हरिदास राय , विनीता सिंह, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।यह सफल आयोजन क्षेत्र के अन्य विद्यालयों और छात्रों के लिए एक महान प्रेरणा है कि वे भी विज्ञान के क्षेत्र में सक्रिय रूप से भाग लें और अपने नवाचारी विचारों से एक उज्जवल भविष्य का निर्माण करें।