: लोहाघाट के ग्राम पाटन पाटनी में देर रात्रि तक बैठकी होली एवं राग में सराबोर हुए होल्यार।आज टीके की होली के साथ होगा समापन

लोहाघाट के ग्राम पाटन पाटनी में देर रात्रि तक बैठकी होली एवं राग में सराबोर हुए होल्यार।आज टीके की होली के साथ होगा समापन
लोहाघाट ब्लॉक अंतर्गत ग्राम पाटन पाटनी में पौष माह से बैठकी होली का जो क्रम चला था वह अभी भी अनवरत जारी है। क्षेत्र के प्रसिद्ध ज्योतिष दीप चंद्र पाटनी के आवास में हुए होली मिलन कार्यक्रम में खड़ी होली के बाद बैठकी होली का देर रात्रि तक आयोजन हुआ जिसमे बच्चे,बुजुर्ग सभी ने बढ़ चढ़कर उत्साह की साथ होली गायन किया। स्थानीय होल्यार शशांक पाण्डेय ने बताया कि खड़ी होली ग्रामीण अंचल की ठेठ सामुहिक अभिव्यक्ति है जबकि बैठकी होली को नागर होली भी कहा जाता है। उन्होंने बताया कि बैठकी होली शास्त्रीय संगीत की बैठकों की तरह होते हुए भी लोकमानस से इस प्रकार जुड़ी हैं कि उस महफिल में बैठा हुआ प्रत्येक व्यक्ति उसमें अपने को गायक गायक मानता है और श्रोता के बीच कोई दूरी नहीं होती है। शशांक पाण्डेय ने बताया विभिन्न रागों से सजी होली बैठकी की इस परम्परा में अनगिनत गीत हैं जिन्हें श्रुतियों से पीढ़ी दर पीढ़ी गाया जा रहा है। वही बैठकी होली की शुरुआत प्रमुख होल्यार शेखरानंद पाटनी ने जय जय जय शिव शंकर गीत के साथ की। दीप पाटनी ने लाल भये नंदलाल,युवा होल्यार कामेश पाटनी ने नथुली में उलझेंगे बाल, चारू पाटनी ने बन को चले रघुनन्दन, बुजुर्ग होल्यार उमेश चंद्र पाटनी ने हास्य व्यंग्य पर आधारित नेपाली गीत से सबको झूमने पर मजबूर कर दिया। नवीन चंद्र पाटनी एवं मोहन तिवारी ने बीच बीच में अपनी मनमोहक प्रस्तुति देकर समा बांधा। वही देर रात्रि तक गीतों का क्रम जारी रहा ।शशांक पांडेय ने बताया कि रविवार को टीके की होली के साथ प्रसाद वितरण एवं आय व्यय वितरण बताने के साथ खड़ी होली का समापन होगा। हारमोनियम एवं ढोलक में विनीत पाटनी,धीरज पाटनी,संजय पाटनी,अमित पाटनी, कैलाश पाटनी एवं दीपक पाटनी ने संगत दी। कार्यक्रम में हेम पाटनी, कमल कुलेठा, प्रमोद पाटनी, बब्बू पाटनी,हरीश पाटनी, कमल पाटनी, अंकित पाठक, पंकज पाटनी,हेमा पाटनी, हेमा तिवारी, अंकिता पाटनी,किरन पाटनी, ऋतु उप्रेती,विकी उप्रेती, पूनम पाटनी,समेत कई लोग मौजूद रहे।
