: लोहाघाट:ग्रामीणों के रोजगार का साधन बना पौष्टिकता से भरपूर लिगड़ा
ग्रामीणों के रोजगार का साधन बना पौष्टिकता से भरपूर लिगड़ा
चंपावत जिले के पर्वतीय क्षेत्र के जंगलों में पाए जाने वाला पौष्टिकता से भरपूर लिगड़ा आजकल ग्रामीणों के रोजगार का माध्यम बना हुआ है बड़ी संख्या में ग्रामीण कठिन मेहनत कर जंगलों से लिगड़ा तोड़कर लोहाघाट व चंपावत के बाजारो में बेचने ला रहे हैं और ग्राहकों के द्वारा भी इसे हाथों-हाथ लिया जा रहा है वही लोहाघाट में लिगड़ा बेच रहे मनोज सिंह अधिकारी व बुजुर्ग माधवी देवी ने बताया वह दूर जंगलों में जाकर पानी वाली जगह में जाकर लिगड़ा तोड़कर लाते हैं जिसके बाद बाजार में 20 से ₹25 प्रति गड्डी के हिसाब बेचते हैं उन्होंने बताया प्रतिदिन वे एक हजार रुपए के लिगड़ा बेच देते हैं उन्होंने कहा लिगड़े की सब्जी पौष्टिकता से भरपूर व पेट संबंधी रोगों के लिए काफी फायदेमंद होती है उन्होंने बताया इस कार्य में काफी ग्रामीण लगे हुए हैं उन्होंने बताया बरसात के मौसम में दो-तीन महीने ग्रामीणों को लिगड़े से अच्छा रोजगार मिल जाता है
वहीं लोगों ने बताया लिगड़े की सब्जी काफी पौष्टिक वह औषधि गुणों से भरपूर होती है वही आजकल बड़ी संख्या में ग्रामीणों को लिगड़े ने रोजगार दिया हुआ है और लिगड़ा सस्ता व पौष्टिक होने के कारण हर वर्ग के ग्राहकों की पहली पसंद बना हुआ है और ग्रामीण महिलाओं को भी अच्छा रोजगार मिला हुआ है

