रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट:डूंगरा लेटी के 45 बच्चों को 12वीं की पढ़ाई के लिए नापनी पड़ती है 25 किलोमीटर की दूरी।

Laxman Singh Bisht
Sun, Oct 19, 2025
डूंगरा लेटी के 45 बच्चों को 12वीं की पढ़ाई के लिए नापनी पड़ती है 25 किलोमीटर की दूरी।
क्षेत्र पंचायत सदस्य अनीता पांडे ने डूंगरा लेटी हाई स्कूल के उच्चीकरण की मांग को लेकर मुख्यमंत्री को दिया ज्ञापन।
छात्राओं को उठानी पड़ती है कई दिक्कत कई छात्र छोड़ चुके हैं स्कूल।उत्तराखंड सरकार के शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत के द्वारा प्रदेश के पर्वतीय क्षेत्रों में शिक्षा के स्तर को सुधारने के बेहतर बनाने के दावे तो किए जाते हैं पर धरातल पर हकीकत कुछ और है। राजकीय विद्यालयों में सुविधाओं का अभाव व शिक्षकों की कमी के चलते छात्रों व अभिभावकों का सरकारी स्कूलों से मोह भंग होते जा रहा है। जिस कारण सरकारी विद्यालयो में छात्र संख्या में लगातार गिरावट आती जा रही है।
डुगरा लेटी के क्षेत्र पंचायत प्रतिनिधि पंडित प्रवीन पांडे ने बताया लोहाघाट ब्लॉक के सीमांत डूंगरालेटी क्षेत्र के 45 विद्यार्थियों को 12वीं तक की शिक्षा लेने के लिए रोज 25 किलोमीटर की दूरी नापनी पड़ती है। पंडित पांडे ने कहा डुगरालेटी में हाई स्कूल तक ही शिक्षा सुविधा उपलब्ध है। जिस कारण क्षेत्र के विद्यार्थियों को हाई स्कूल के बाद इंटर की शिक्षा लेने के लिए 25 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है ।उन्होंने कहा सीमांत क्षेत्र में विद्यालय न होने के कारण कई छात्र अपनी पढ़ाई छोड़ चुके है।
तो वहीं इस मामले को क्षेत्र पंचायत डुगरा लेटी अनीता पांडे के द्वारा काफी गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने मामले में डूंगरा लेटी हाई स्कूल के उच्चीकरण की मांग करते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर से धामी को ज्ञापन दिया है। क्षेत्र पंचायत अनीता पांडे ने कहा शिक्षा एक ऐसा हथियार है जिससे छात्र अपना भविष्य बदल सकते हैं। पर उनके क्षेत्र में इंटर कॉलेज की कमी के चलते बच्चों को अपनी पढ़ाई हाईस्कूल के बाद छोड़नी पड़ती है या 25 किलोमीटर की दूरी नापनी पड़ती है।
उन्होंने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी व शिक्षा मंत्री धन सिंह रावत से डूंगरा लेटी हाई स्कूल के उच्चीकरण की मांग की है ।ताकि क्षेत्र के विद्यार्थियों को अपनी पढ़ाई छोड़नी ना पड़े और वह शिक्षा ग्रहण कर अपना भविष्य बना सके।