रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट:एनएच कार्यालय लोहाघाट के सामने गड्ढों का अंबार मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त सड़क के आदेश हुए हवा हवाई।

Laxman Singh Bisht
Tue, Oct 14, 2025
एनएच कार्यालय लोहाघाट के सामने गड्ढों का अंबार मुख्यमंत्री के गड्ढा मुक्त सड़क के आदेश हुए हवा हवाई।मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के आदेशों को अधिकारी कितनी गंभीरता से लेते हैं इसका उदाहरण चंपावत जिले के लोहाघाट में देखा जा सकता है। मुख्यमंत्री धामी के द्वारा 31 अक्टूबर तक प्रदेश की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के निर्देश दिए गए है। मुख्यमंत्री के द्वारा दिए गए निर्देशों को उनके ही जिले चंपावत में अधिकारी कितनी गंभीरता से ले रहे हैं ।इसका उदाहरण लोहाघाट के एनएच कार्यालय के सामने पड़े राष्ट्रीय राजमार्ग के गड्ढों व सड़क की बदहाली से जाना जा सकता है । कांग्रेस प्रवक्ता शैलेंद्र राय, सलीम जावेद व अन्य लोगों ने बताया लोहाघाट घाट राष्ट्रीय राजमार्ग में एमजे होटल से लेकर मरोड़ाखान तक राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह गड्ढों से पटा पड़ा है। इस 4 किलोमीटर के टुकड़े को पूरी तरह लावारिस हालत में छोड़ दिया गया है कहा एनएच की कार्यप्रणाली से तो ऐसा लगता है यह हिस्सा उत्तराखंड में नहीं आता है और ना ही यहा मुख्यमंत्री के आदेशों के तहत कार्य होता है। रोज एनएच के अधिकारी इस मार्ग से गुजरते है पर उन्हें राष्ट्रीय राजमार्ग में पड़े हुए गड्ढे नजर नहीं आते हैं ना ही मुख्यमंत्री के द्वारा गड्ढा मुक्त सड़क के दिए गए आदेशों की कोई उन्हें कोई चिंता है। उन्होंने कहा इसका उदाहरण एनएच कार्यालय के सामने ही सड़क में पड़े हुए गड्ढे हैं। रोज यहा से सैकड़ो वाहन गुजरते है। पाटन नर्सरी के पास एक वर्ष से भी अधिक समय से सड़क पूरी तरह बदहाल हालत में है पर एनएच के द्वारा उसे ठीक करने की जहमत तक नहीं उठाई जा रही है। कहा सड़क के इस हिस्से की आज तक सुध नहीं ली गई है। सड़क गड्ढों से पटी पड़ी है नालियां पूरी तरह से बंद है
एनएच के अधिकारियों में मुख्यमंत्री के आदेशों का भी कोई असर होता नजर नहीं आ रहा है। अब देखना है एनएच के अधिकारी कब मुख्यमंत्री के आदेशों को गंभीरता से लेते हैं और सड़क के गड्ढों को भरने के साथ-साथ बंद पड़ी नालियों को खोलने की जहमत उठाते हैं। शैलेंद्र राय ने कहा लोहाघाट विधानसभा के ग्रामीण क्षेत्रों में कई ऐसी सड़के है जो गड्ढों से पटी पड़ी हुई है। पर मुख्यमंत्री के आदेशों के बावजूद विभागों के द्वारा उनका कोई संज्ञान नहीं लिया जा रहा है। उन्होंने शासन प्रशासन से राष्ट्रीय राजमार्ग के इस हिस्से के गड्ढों को भरने वह सड़क में डामरीकरण की मांग की है।