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लोहाघाट:नगरूंघाट मेले को भव्य रूप देने के लिए तैयारियां शुरू।04 नवंबर को लगेगा नगरूंघाट मेला

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रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट:नगरूंघाट मेले को भव्य रूप देने के लिए तैयारियां शुरू।04 नवंबर को लगेगा नगरूंघाट मेला

Laxman Singh Bisht

Mon, Oct 20, 2025

नगरूंघाट मेले को भव्य रूप देने के लिए तैयारियां शुरू।04 नवंबर को लगेगा नगरूंघाट मेलालोहाघाट विकासखंड के भारत नेपाल सीमा पर महा काली नदी के तट पर लगने वाले नगरूंघाट मेले को लेकर श्री नागार्जुन मंदिर एवं नगरूंघाट मेला समिति द्वारा व्यापक तैयारियां की जा रही हैं। मंदिर की साफ सफाई और रंग रोगन कर संवारा जा रहा है। साथ ही समिति के पदाधिकारियों ने बैठक कर खराब सड़क मार्ग को सुधारने, विद्युत और पेयजल की व्यवस्थाएं दुरुस्त करने की मांग की है। विदित हो कि हर वर्ष वैकुंठ चतुर्दशी की रात्रि में यहां के पासम ग्राम पंचायत के सेरे के पास युगों से स्थापित नगरूंघाट मंदिर में विशाल मेला लगता है। अगले दिन महाकार्तिकी पूर्णिमा के पवित्र स्नान के साथ मेले का समापन होता है। इस वर्ष यह मेला 04 नवंबर की रात्रि में लगने जा रहा है। मंदिर और मेला समिति के अध्यक्ष जगदीश चंद्र कलौनी, सचिव कमल बोहरा, और प्रवक्ता डॉ सतीश चंद्र पाण्डेय ने बताया कि सीमावर्ती क्षेत्र में रात्रि का मेला होने के कारण श्रद्धालुओं की सुरक्षा के लिए सड़क के सुधारीकरण और सड़कों में उग आई झाड़ियों के कटान की अत्यंत आवश्यकता है।साथ ही मेले में प्रकाश व्यवस्था आदि हेतु सरकारी सहायता की आवश्यकता है। नागार्जुन मंदिर समिति द्वारा अपने निजी संसाधनों से मेले की व्यवस्थाओं में सुधार हेतु अध्यक्ष जगदीश चन्द्र कलौनी की अध्यक्षता एवं सचिव कमल बोहरा के संचालन में बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में इस बार नगरूंघाट मेले को त्रिदिवसीय रूप दिए जाने का निर्णय लिया गया है। इसमें 03 नवंबर को क्रास कंट्री दौड़ और सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, यहां 04 नवंबर की रात्रि मुख्य मेला तथा 05 नवंबर को समापन का निर्णय लिया गया है। मुख्य मेले की रात्रि में यहां के सल्टा, बगोटी और जमरसो गांवों के देवरथ था अनेक गांवों के जत्थे मंदिर की परिक्रमा करेंगे, तथा बच्चों की भजन प्रतियोगिता, लोक संस्कृति से जुड़े दमाऊ वादकों के बीच बजाने की प्रतियोगिता तथा लोकल झोड़ा प्रतियोगिता का भी आयोजन होगा। साथ की इमामी कूपन भी खोले जायेंगे। बैठक समिति के अध्यक्ष जगदीश कलौनी, सचिव कमल बोहरा, कोषाध्यक्ष रमेश चंद, प्रबंधक विक्रम सामंत, डॉ सतीश चंद्र पाण्डेय , प्रेम सिंह, मोहन चंद, प्रवीण पाण्डेय, ईश्वर सिंह बोहरा, पूर्व प्रधान महेंद्र सिंह बोहरा, प्रकाश चंद, प्रकाश सिंह, पीतांबर पाण्डेय ग्राम प्रधान कायल मोहन सिंह, प्रधान डुंगराबोरा श्याम सिंह, क्षेत्र पंचायत सदस्य विनोद सिंह, कैलाश सिंह, मनोहर सिंह सामंत, हिकमत चंद, प्रधान पासम चंद्रकांत तिवारी, त्रिलोक सिंह सामंत, हुकुम सिंह कुंवर, खीम सिंह कुंवर, कमल सिंह कुंवर,दिवान सिंह, ईश्वर सिंह, ईश्वर तिवाड़ी, मदन सिंह, आदि उपस्थित थे। समिति ने बताया कि मेले में सल्टा, बगोटी और जमरसों तीन गांवों के चार देवरथ और पासम, लेटी, सुनकुरी, मजपीपल, देवकुंडा, डुमडाई आदि गांवों के जत्थे बारी बारी से रात भर मंदिर की परिक्रमा करेंगे। सुबह देवताओं को महाकाली नदी में स्नान कराया जायेगा। मेला समिति ने इस बार मेले को पूर्ण नशा मुक्त रखने का आहवान किया है।

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