रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : मुनस्यारी:प्रदीप के रिश्तेदारों को टॉर्चर करने से आक्रोश बलुवाकोट पुलिस पर गंभीर आरोप

प्रदीप के रिश्तेदारों को टॉर्चर करने से आक्रोश
बलुवाकोट पुलिस पर गंभीर आरोप
सीएम धामी से हस्तक्षेप की मांग
डीजीपी को भेजा शिकायती पत्र
16 दिन से लापता प्रदीप पर पुलिस के हाथ खालीमुनस्यारी।16 दिन से लापता पिथौरागढ़ जिले के मुनस्यारी के पातो निवासी प्रदीप दरियाल के मामले में बलुवाकोट पुलिस पर फिर गंभीर आरोप लगे है। पूर्व जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने कहा कि पुलिस पहले तो कुछ नहीं कर पाई। अब प्रदीप के रिश्तेदारों को टॉर्चर करने का कार्य कर रही है। उन्होंने कहा कि पुलिस ने किसी भी निर्दोष को केस की फाइल बंद करने के लिए फंसाने का कार्य किया तो बलुवाकोट कोतवाली का घेराव किया जाएगा। उन्होंने आज पुलिस महानिदेशक को पत्र भेज कर पुलिस की कार्यप्रणाली की शिकायत की है। जिला पंचायत सदस्य जगत मर्तोलिया ने बताया कि 16 दिनों से लापता प्रदीप दरियाल के मामले में पुलिस ने जिस स्थान पर उसका वाहन क्षतिग्रस्त अवस्था में मिला वहां की कोई फोरेंसिक जांच नहीं की। पुलिस द्वारा अभी तक खोजबीन के लिए डॉग स्क्वायड की मदद नहीं ली गई है। क्षतिग्रस्त वाहन के लोकेशन में उस समय कितने मोबाइल उपयोग में लाए जा रहे थे, उस पर भी जांच को फोकस नहीं किया गया है। प्रदीप के दोनों मोबाइलों की कॉल डिटेल निकाल कर पुलिस आधे महीने से सो रही थी।उन्होंने कहा कि पुलिस 16 दिनों तक हाथ में हाथ रख कर बैठी हुई थी। पुलिस ने आधुनिक जांच प्रणाली को भी खोजबीन में इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर के जुलूस प्रदर्शन को देखते हुए लापता प्रदीप के रिश्तेदारों को थाने में बिठाकर जबरन टॉर्चर किया जा रहा है, ताकि कैसे ही फाइल बंद किया जा सके। उन्होंने कहा कि किसी भी निर्दोष को इस मामले में फंसने नहीं दिया जाएगा। पुलिस दोषी को ना छोड़े और निर्दोष को जबरन फंसाने की कोशिश ना करें इस सिद्धांत पर अगर पुलिस कार्य करेगी तो पुलिस को सहयोग किया जाएगा। अन्यथा पुलिस के खिलाफ आंदोलन किया जाएगा। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से इस मामले में तत्काल हस्तक्षेप किए जाने की मांग की। उन्होंने कहा कि प्रदीप के परिजन भी इसकी निष्पक्ष और पारदर्शी जांच चाहते है, इसी पर पुलिस को फोकस करना चाहिए।