रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : चंपावत:जिला अस्पताल में बड़ा उपचार: चंपावत में पहली बार बिना शल्यक्रिया निकाला गया लीवर का मवाद

मुख्यमंत्री धामी के प्रयासों से जनपद की स्वास्थ्य सेवाएं पहुंच रहीं नई ऊंचाइयों परमुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के दूरदर्शी नेतृत्व और सतत प्रयासों के परिणामस्वरूप अब जनपद के सरकारी अस्पतालों में भी अत्याधुनिक चिकित्सा तकनीकों का सफलतापूर्वक उपयोग होने लगा है। जनपद चंपावत में चिकित्सा सुविधाएं निरंतर उन्नति की ओर अग्रसर हैं। इसी कड़ी में जिला चिकित्सालय चंपावत में पहली बार “लीवर एबसैस” से पीड़ित एक मरीज का इलाज बिना शल्यक्रिया के किया गया, जिसने चिकित्सा सेवाओं की नई उपलब्धि को रेखांकित किया है।पाटी विकासखंड के दिवान सिंह (उम्र 30 वर्ष) को गत दो माह से पेट में लगातार दर्द, बुखार और कमजोरी की शिकायत थी। कई जगह उपचार कराने के बाद भी जब कोई राहत नहीं मिली, तब उन्हें जिला चिकित्सालय चंपावत लाया गया। परीक्षण के बाद उन्हें "लीवर एबसैस" नामक रोग की पुष्टि हुई, जो यकृत (लीवर) में मवाद एकत्र होने की स्थिति है और समय पर उपचार न होने पर यह जानलेवा हो सकता है।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने बताया कि पहले इस प्रकार के मामलों में बड़े ऑपरेशन की आवश्यकता पड़ती थी, लेकिन अब जिला चिकित्सालय में “अल्ट्रासाउंड गाइडेड पिग टेल कैथेटराइजेशन जैसी आधुनिक तकनीक उपलब्ध होने से बिना किसी बड़ी सर्जरी के इस रोग का इलाज संभव हो सका है।यह संपूर्ण प्रक्रिया त्वचा पर केवल एक छोटे से छेद के माध्यम से की गई। अल्ट्रासाउंड मशीन की सहायता से मवाद की स्थिति को चिह्नित कर विशेष तकनीक द्वारा एक पतली ट्यूब के माध्यम से मवाद को बाहर निकाला गया। यह प्रक्रिया पूरी तरह से सुरक्षित, दर्द रहित और न्यूनतम आक्रामक है, जिससे रोगी को शीघ्र राहत मिलती है और अस्पताल में रहने की अवधि भी कम हो जाती है।मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. हीरा सिंह ह्यांकी ने बताया कि यह टीमवर्क और चिकित्सा स्टाफ के समर्पण का उत्कृष्ट उदाहरण है, इस महत्वपूर्ण चिकित्सा प्रक्रिया को रेडियोलॉजिस्ट डॉ. प्रदीप सिंह बिष्ट, सर्जन डॉ. लता, नर्सिंग ऑफिसर बबीता और लता की संयुक्त टीम ने उच्चतम दक्षता के साथ सम्पन्न किया। वर्तमान में मरीज पूरी तरह स्थिर हैं और चिकित्सीय निगरानी में हैं।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. देवेश चौहान ने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग को मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का निरंतर मार्गदर्शन एवं सहयोग प्राप्त हो रहा है। आज वह समय आ गया है जब सीमांत क्षेत्रों में भी मरीजों को बड़े शहरों जैसे उपचार उपलब्ध हो रहे हैं। यह उपलब्धि जनपद चंपावत के लिए एक मील का पत्थर है।इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि राज्य सरकार द्वारा प्राथमिकता के आधार पर सीमांत क्षेत्रों के अस्पतालों को सशक्त बनाए जाने का संकल्प धरातल पर उतर रहा है और आमजन को इसका प्रत्यक्ष लाभ मिल रहा है।