रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट : लोहाघाट :कोली ढेक में हाई वोल्टेज से फूंके लाखों के विद्युत उपकरण ग्रामीणों कानुकसान की भरपाई को लेकर एसडीएम को ज्ञा

Laxman Singh Bisht
Thu, Sep 11, 2025
कोली ढेक में हाई वोल्टेज से फूंके लाखों के विद्युत उपकरण
ग्रामीणों का नुकसान की भरपाई को लेकर एसडीएम को ज्ञापन।लोहाघाट की ग्राम सभा कोली ढेक में बुधवार शाम को हाई वोल्टेज विद्युत सप्लाई होने से कई लोगों के महंगे विद्युत उपकरण फुक गए हैं। जिससे लोगों को बड़ा नुकसान हुआ है। गुरुवार को ग्राम प्रधान अलका ढेक के नेतृत्व में आनंद ढेक व उत्कर्ष जोशी आदि ने ग्रामीणों को हुए नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर एसडीएम लोहाघाट नीतू डांगर को प्रार्थना पत्र दिया। बताया कल दोपहर को विद्युत विभाग के द्वारा गांव में विद्युत लाइन की मरम्मत की गई जब शाम को विद्युत लाइन संचालित की गई तो अचानक हाई वोल्टेज आने से कई लोगों के विद्युत उपकरण फुक गए हैं जिनमें टीवी, फ्रिज, मोटर ,बल्ब, लैपटॉप ,मिक्सी आदि शामिल है ।कहा विद्युत उपकरण फुकने से लाखों का नुकसान हुआ है। ग्राम प्रधान अलका ढेक व पूर्व छात्र नेता आनंद ढेक ने मामले में विद्युत विभाग की लापरवाही बताते हुए विद्युत विभाग से ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई करने की मांग की है। आनंद ढेक ने कहा ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई की मांग को लेकर कल जिला अधिकारी चंपावत व अधिशासी अभियंता विद्युत विभाग से मुलाकात कर ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई की मांग की जाएगी। कहा कई ग्रामीण आर्थिक रूप से काफी कमजोर है। उन्होंने कहा मामले में विद्युत विभाग की सरासर लापरवाही है जिस कारण ग्रामीणों का इतना बड़ा नुकसान हो चुका है। आनंद ढेक ने बताया संगम ढेक का 55 हजार कीमत का एलइडी टीवी, सौरभ सिंह के48हजार 500 रुपए , आनंद ढेक के 36हजार, राजू ढेक के 13 हजार, अंकित अग्रवाल के 35 हजार 250 , पूरन चंद्र जोशी के 12हजार 500, उत्कर्ष जोशी के 20हजार 500, सुरेश सिंह ढेक के 1500, पंकज जोशी के 1000 ,जीत सिंह के 28 00 मनोज पटेल के 18 हजार ,नितेश ढेक के 9800 तथा सौरभ अधिकारी के ₹1000 के विद्युत उपकरण पूरी तरह फुक गए हैं। आनंद ढेक ने बताया अभी अन्य ग्रामीणों से भी उनके हुए नुकसान की जानकारी ली जा रही है। मामले में ग्राम प्रधान अलका ढेक ने कहा उनकी ग्राम सभा के ग्रामीणों को विद्युत विभाग की लापरवाही से भारी नुकसान पहुंचा है उन्होंने विद्युत विभाग व प्रशासन से ग्रामीणों के नुकसान की भरपाई करने की मांग की है ।कहा अगर मांग नहीं मानी जाती है तो ग्रामीण आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे।