रिपोर्ट : साहबराम : New Expressway: बिहार में जमीन के दाम छुएंगे आसमान, यहां बनेगा राज्य का पहला एक्सप्रेसवे

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Tue, Sep 23, 2025
New Expressway: केंद्र सरकार द्वारा लोगों को बेहतर यातायात सुविधा देने के लिए लगातार एक्सप्रेसवे, हाईवे और फ्लाईओवर का निर्माण किया जा रहा है। इसी बीच भारतमाला परियोजना के तहत एक और एक्सप्रेसवे का निर्माण किया जा रहा है। आपको बता दें कि जहानाबाद से होकर गुजरा बिहार का पहला एक्सप्रेस वे (एक्सेस कंट्रोल्ड नेशनल हाईवे) आमस-दरभंगा एनएच-119डी का निर्माण किया जा रहा है। यह एक्सप्रेसवे गयाजी जिले के आमस से शुरू होकर दरभंगा तक जाएगा।
30 प्रतिशत पूरा कार्य
जानकारी के अनुसार इस एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 189 किलोमीटर होगी। यह बिहार के उत्तर और दक्षिण भागों को जोड़ेगा। NHAI का कहना है कि यह प्रोजेक्ट साल 2026 तक पूरा होने की संभावना है। NHAI गयाजी के पीआईयू के अनुसार जहानाबाद जिले में एक्सप्रेस वे की लंबाई 38 किलोमीटर होगी, 30 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है। अभी बरसात के कारण निर्माण कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ है।
पांच से दस जगहों पर होगा अंडरपास का निर्माण
यह एक्सप्रेसवे जिले के मखदुमपुर, घोसी, काको और मोदनगंज प्रखंडों से होकर गुजरेगा। 38 किलोमीटर एक्सप्रेसवे में पांच से दस जगहों पर अंडरपास का निर्माण कर प्रभावित गांवों को कनेक्ट किया जाएगा। सड़क की चौड़ाई करीब 60 मीटर और ऊंचाई पांच मीटर होगी। जानवराें को सड़क पर आने से रोकने के लिए दोनों किनारे में बेरिकेटिंग की जाएगी।
इस सड़क पर वाहन की गति 100 किमी प्रति घंटा होगी। एक्सप्रेसवे निर्माण के लिए मखदुमपुर के 13, मोदनगंज के 12 और घोसी प्रखंड के तीन गांव के किसानों की जमीन का अधिग्रहण किया गया है। मिट्टी भराई कार्य सभी इलाके में पहले पूरा हो गया है।
जमीन की कीमतों ने छुआ आसमान
जिले में एक्सप्रेस वे का निर्माण शुरू होने से इलाके में जमीन की कीमत आसमान छूने लगी है। मखदुमपुर प्रखंड के महेवा गांव निवासी धर्मेंद्र कुमार बताते हैं कि कुछ साल पहले 40 हजार रुपए कट्ठा गांव के बधार में जमीन खरीदी थी। उसी जमीन के बगल से एक्सप्रेसवे का निर्माण शुरू हो गया है।
रोजगार के खुलेंगे नए अवसर
एक्सप्रेस वे निर्माण से रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। उत्तर बिहार को दक्षिण से जोड़ने वाला यह एक्सप्रेस वे किसानों को बड़ी मंडी भी प्रदान करेगा। अब तक इलाके के किसान अपने उत्पाद को पटना तक ही पहुंचा पाते हैं। एक्सप्रेस वे निर्माण के बाद दरभंगा तक उत्पाद आसानी से पहुंच जाएगा।