रिपोर्ट:लक्ष्मण बिष्ट 👹👹 : श्रीनगर गड़वाल में हुड़दंग व जानलेवा हमले के आरोप में 7 सिख युवक गिरफ्तार, पुलिस ने किया तलवारों सहित वाहन जब्त।

श्रीनगर की सड़कों पर सिक्ख युवकोंने नंगी तलवारों के साथ मचाया उत्पात।
स्थानीय युवाओं पर किया तलवारों से हमला।मंगलवार रात को श्रीनगर गड़वाल की सड़को पर सिख युवकों ने नंगी तलवारों के साथ उत्पात मचाया था। सिख युवकों ने स्थानीय युवकों पर नंगी तलवारो से हमला कर दिया। सिक्ख युवकों ने युवाओं को दौड़ा-दौड़ा कर नंगी तलवारो से हमला किया। इसके बाद सभी की सिख युवक बुलेट से पटाखे छोड़ते हुए फरार हो गए ।इसके बाद आक्रोशित युवाओ ने राजमार्ग जाम कर दिया। देर रात तक सड़कों में हंगामा होता रहा। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची। स्थानीय लोग सिख तीर्थ यात्रियों पर कार्रवाई की मांग करते रहे। इस हमले का वीडियो सोशल मीडिया पर काफी तेजी से वायरल हो रहा है। श्रीनगर बाजार में हुड़दंग और तेज आवाज में बुलेट चलाने से मना करने पर धारदार हथियारों से जानलेवा हमला करने वाले 7 आरोपियों को श्रीनगर पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए आज रुद्रप्रयाग के पास जवाड़ी बाइपास से गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के पास से तीन तलवारें बरामद हुईं तथा चार बुलेट मोटरसाइकिलें भी सीज कर दी गई हैं।
गिरफ्तार युवक:
1. जसकरण सिंह (30 वर्ष), पुत्र सतविन्दर सिंह, ग्राम गरही अजीत सिंह, नवाशहर, पंजाब
2. गुरप्रीत सिंह (24 वर्ष), पुत्र बलवन्त सिंह, ग्राम धालीवाल, तहसील नकोदर, जिला पंजाब
3. जशनदीप सिंह (18 वर्ष), पुत्र गुरमेल सिंह, ग्राम धाबलका, तहसील नकोदर, जिला पंजाब
4. चरनप्रीत कौर (23 वर्ष), पुत्री छोटू राम, शनदवार, जालंधर, पंजाब
5. जसकान सिंह,
6. सुखप्रीत सिंह,
7. रमनदीप सिंह – (तीनों के पूर्ण पते की पुष्टि की जा रही है)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार व निरीक्षक जयपाल नेगी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई को पौड़ी पुलिस की सख्ती और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण माना जा रहा है। अभियुक्तों को न्यायालय में प्रस्तुत कर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।
5. जसकान सिंह,
6. सुखप्रीत सिंह,
7. रमनदीप सिंह – (तीनों के पूर्ण पते की पुष्टि की जा रही है)
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक लोकेश्वर सिंह के निर्देश पर क्षेत्राधिकारी अनुज कुमार व निरीक्षक जयपाल नेगी के नेतृत्व में की गई इस कार्रवाई को पौड़ी पुलिस की सख्ती और त्वरित कार्रवाई का उदाहरण माना जा रहा है। अभियुक्तों को न्यायालय में प्रस्तुत कर आगे की वैधानिक कार्रवाई की जा रही है।